Guru Nanak Dev Ji: देश के अलग-अलग हिस्सों में आज प्रथम पातशाह धन धन साहिब श्री Guru Nanak Dev Ji का ज्योति जोत दिवस मनाया जा रहा है। गुरु नानक देव जी सिखों के पहले गुरु थे जिनके बताए मार्ग पर आज भी लोग चलते हैं। गुरु नानक देव जी के ज्योति जोत दिवस पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) की प्रतिक्रिया सामने आई है।
सीएम भगवंत मान के आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट जारी कर गुरु नानक देव जी को शत-शत नमन किया गया है। सीएम मान का कहना है कि श्री Guru Nanak Dev Ji ने ही लोगों को श्रम पथ पर चलने, नाम जपने व सामायिक करने को कहा था। उनके बताए मार्ग पर लोग आज भी चलने का काम करते हैं।
CM Bhagwant Mann की प्रतिक्रिया
आज गुरु नानक देव जी के ज्योति जोत दिवस पर मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) के आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट जारी किया गया है। सीएम मान के एक्स हैंडल से लिखा गया है कि “प्रथम पातशाह धन धन साहिब श्री गुरु नानक देव जी के ज्योति ज्योति दिवस के अवसर पर उन्हें शत-शत नमन। सिख धर्म की लौ जलाने वाले गुरु नानक देव जी ने पूरी मानवता को उनके बताए मार्ग पर चलने का संदेश दिया और कहा कि गलत के सामने झुकना नहीं है। उन्होंने अपने उपदेशों में लोगों को श्रम पथ पर चलने, नाम जपने व सामायिक करने को भी कहा।”
Guru Nanak Dev Ji का जीवन
सिखों के पहले गुरू Guru Nanak Dev Ji का जन्म 1469 में कार्तिक पूर्णिमा के दिन तलवंडी गांव में हुआ था। ये गांव रावी नदी के तट पर बसा था। 16 वर्ष की आयु में ही उनका विवाह सुलखनी से हुआ। बीतते समय के साथ नानक देव जी की रुचि आध्यात्म की ओर बढ़ी और वो लोगों को उपदेश देने लगे। उन्होंने सामाजिक असमानता और जातिवाद के खिलाफ भी आवाज उठाई।
गुरू नानक देव जी ने एक ओंकार अर्थात ईश्वर की एकता के बारे में समझाया। उन्होंने लोगों को आत्मा के साथ ईश्वर के मिलन की बात की और गुरु और भगवान की पूजा करने की शिक्षा भी दी। उनके योगदान के लिए सभी समुदाय से जुड़े लोग उनकी अराधना करते हैं और उनके बताए रास्तों पर चलते हैं।