CM Mann: पंजाब में धान की फसल पर बिजली संकट गहरा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि केंद्र ने अभी तक पंजाब की अतिरिक्त बिजली की मांग को पूरा नहीं किया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कुछ समय पहले 4 महीने (5 जून से 15 अक्टूबर) के लिए एक हजार मेगावॉट अतिरिक्त बिजली की मांग को लेकर केंद्र को पत्र लिखा था। पंजाब सरकार ने केंद्र से सहयोग की अपील की थी। लेकिन अभी तक पंजाब की मांग को पूरा नहीं किया गया है।
न बारिश न बिजली, कैसे होगी बुआई
दरअसल, मौसम विभाग ने पंजाब में इस बार कम बारिश होने की आशंका जताई है। अगर बारिश नहीं हुई तो धान की फसल को पनी नहीं मिलेगा। पानी के लिए ट्यूबवेल चलाने होंगे, जिसके लिए बिजली की जरूरत पड़ेगी। यानी धान कीबुआई के दौरान बिजली की खपत ज्यादा रहेगी। लेकिन, केंद्र सरकार ने अभी तक पंजाब की मांग पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। ऐसे में कहा जा रहा है कि पंजाब में बिजली संकट गहरा सकता है।
CM मान ने केंद्र को दी थी चेतावनी
केंद्र सरकार द्वारा बीते समय पंजाब की फसल का न्यूनतम भाव घटाया गया था। इस पर भगवंत मान ने सार्वजनिक तौर पर केंद्र सरकार को चेतावनी देते कहा कि जब केंद्र द्वारा पंजाब से फसल की मांग की जाएगी तो वह पुराना हिसाब-किताब जरूर करेंगे, लेकिन अब पंजाब सरकार को ही धान की फसल के लिए केंद्र सरकार से अतिरिक्त बिजली की जरूरत आन पड़ी है।
बिजली की बचत कर रही सरकार
बता दें कि पंजाब सरकार ने बिजली बचत के लिए राज्य भर के सभी सरकारी कार्यालयों के खुलने और बंद होने के समय में बदलाव किया है। पंजाब के सरकारी कार्यालय सुबह साढ़े 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक खोले जा रहे हैं। पंजाब सरकार के यह आदेश 2 मई से लेकर 15 जुलाई तक प्रभावी रहेंगे।
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