Punjab News: AI यानि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग आजकल बहुत सारे क्षेत्रों में किया जा रहा है और इसका फायदा भी मिल रहा है। भारत भी AI के इस्तेमाल की और अग्रसर है। Punjab Agricultural University यानि (पीएयू) कैंपस में एक समर्पित एआई स्कूल स्थापित करने की योजना बना रहा है। बता दें कि यह देश का पहला एआई स्कूल होगा जहां एआई की आधुनिक तकनीक की मदद से कृषि से जुड़ी सभी जानकारी प्रदान की जाएगी और उसका उपयोग भी किया जाएगा।
Punjab Agricultural University के कैंपस में किया जाएगा स्थापित
जानकारी के मुताबिक कृषि के लिए AI स्कूल अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान यानि (IRRI) और दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र (ISARC) के सहयोग से स्थापित किया जाएगा। माना जा रहा है कि इससे छात्रों को काफी फायदा मिलेगा। छात्र एआई अनुप्रयोगों और कृषि क्षेत्र में लागू होने वाली प्रौद्योगिकी और उनके उपयोग के बारे में जानेंगे।
AI स्कूल से छात्रों को होगा फायदा
बता दें कि एआई स्कूल स्थापित होने के बाद इन एआई अनुप्रयोगों और प्रौद्योगिकी में उपग्रह इमेजिंग, फसलों और कृषि क्षेत्रों की मैपिंग, सेंसर-आधारित कृषि, फसलों और सिंचाई की ग्रेडिंग, रिमोट सेंसिंग रोग पूर्वानुमान, डेटा विश्लेषण समेत मौसम की भविष्यवाणी शामिल हैं। गौरतलब है कि इससे फसील की सटीकता का भी पता लगाया जा सकेगा। साथ ही AI की मदद से जैविक खेती के लिए भी किसानों को प्रोत्साहित किया जा सकेगा (Punjab News)।
इतने करोड़ रूपये की आएगी लागत
बता दें कि स्कूल और यूनिवर्सिटी बनाने में करीब 15-18 करोड़ रुपये की लागत आएगी। वहीं राज्य सरकार से पहले ही 1 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। कृषि के लिए एआई स्कूल ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों की पेशकश करेगा। प्रस्ताव के अनुसार Punjab Agricultural University अगले शैक्षणिक सत्र से एआई में बीटेक शुरू का सकता है। इसके अलाव पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई के लिए छात्रों की मांग और रुचि के आधार पर शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही स्कूल कृषि महाविद्यालय के भवन में स्थापित किया जाएगा।