Punjab News: पंजाब निवासियों को उनके दरवाज़े पर जाकर सरकारी सेवाएं मुहैया करवाने के लिए एक अन्य नागरिक केंद्रित प्रयास करते हुये मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज राज्य में ‘आप की सरकार, आप के द्वार’ स्कीम का आग़ाज़ किया। इस स्कीम के अंतर्गत लोगों को सेवाएं देने के लिए गाँव और मोहल्ला स्तर पर कैंप लगाऐ जाएंगे।
Punjab News: सरकारी अधिकारी ख़ुद लोगों के पास जाकर सेवाएं मुहैया करवाएंगे
यहां कैंप की शुरूआत करने के मौके पर इक्ट्ठ को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री ने आज के दिन को राज्य के इतिहास के लिए यादगारी दिन बताया क्योंकि अब लोगों को अपने आम प्रशासकीय कामों के लिए सरकारी दफ़्तरों में नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि सरकारी अधिकारी ख़ुद लोगों के पास जाकर सेवाएं मुहैया करवाएंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह स्कीम वास्तविक अर्थों में लोगों के सशक्तिकरण का उद्देश्य पूरा करती है, जहाँ सरकार लोगों की भलाई के लिए दिल के साथ और भी लगन के साथ काम करेगी।
मुख्यमंत्री ने उम्मीद ज़ाहिर की कि इस नागरिक केंद्र प्रयास की शुरूआत करके पंजाब ने एक बार फिर देश भर में बाज़ी मार ली है और आने वाले समय में अन्य अलग-अलग राज्य भी इस स्कीम को लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने दिसंबर, 2023 में लोगों को 43 महत्वपूर्ण सेवाओं की शुरूआत करके प्रमुख सरकारी सेवाएं लोगों को उनके द्वार पर जाकर मुहैया करवाने की स्कीम का आग़ाज़ किया था। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस स्कीम के अंतर्गत कोई भी नागरिक 1076 नंबर पर कॉल करके अपनी सुविधा के मुताबिक समय तय कर सकता है जिसके बाद मुलाज़िम उस नागरिक के घर जाकर सम्बन्धित सेवा का प्रमाण पत्र मुहैया करवाएगा।
आप के द्वार’ स्कीम की शुरूआत
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब राज्य सरकार ने इससे भी बड़ी छलांग लगाते हुये ‘आप की सरकार, आप के द्वार’ स्कीम की शुरूआत कर दी है जिससे गाँवों- शहरों में कैंप लगा कर लोगों के पास सीधी पहुँच की जा सके। उन्होंने बताया कि इस महीने ग्रामीण और शहरी इलाकों में 11600 कैंप लगाऐ जाएंगे। उन्होंने बताया कि हरेक तहसील में हर रोज़ चार कैंप लगाए जाएंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि कैंप के स्थान, तारीख़ और समय के बारे लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करने के लिए बनते कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि लोग अब आज के कैंपों या आने वाले कैंपों के बारे पोर्टल के द्वारा भी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कैंप में एस. डी. एम., तहसीलदार, ज़िला सामाजिक सुरक्षा अफ़सर, ज़िला फूड स्पलाई अफ़सर, एस. एच. ओ., ज़िला कल्याण अफ़सर, कानूनगो, पटवारी, एस. डी. ओ., ऐक्सियन जैसे बड़े अधिकारी आवेदन और सेवाएं प्रदान करने के लिए उपस्थित रहेंगे। एक मिसाल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई हलफीया बयान या कोई अन्य दस्तावेज़ भी तस्दीक करवाना चाहता है तो अफ़सर कैंप में बैठा होगा और वह उसी समय पर तस्दीक करके मौके पर ही सम्बन्धित व्यक्ति को सौंप देगा। इस तरह भगवंत सिंह मान ने कहा कि अगर किसी ने कालेज में दाखि़ला लेने के लिए रिहायशी सर्टिफिकेट बनवाना है तो उसे आधार कार्ड, वोटर कार्ड और अन्य ज़रुरी असली दस्तावेज़ों को कैंप में अप्लाई करना होगा और इसकी तस्दीक के लिए कैंप में पटवारी मौजूद होगा और तहसीलदार या नायब तहसीलदार मौके पर उस की तस्दीक करके सर्टिफिकेट सौंप देंगे।
4 प्रमुख सेवाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि 44 प्रमुख सेवाएं जिनकी लोगों को अक्सर सबसे अधिक ज़रूरत होती है जैसे कि रिहायशी सर्टिफिकेट, जाति सर्टिफिकेट, आमदन सर्टिफिकेट, जन्म/मौत सर्टिफिकेट, फ़र्द, लेबर रजिस्ट्रेशन, पैंशन, ग्रामीण क्षेत्र सर्टिफिकेट और अन्य सेवाएं, कैंपों में अप्लाई करके मुहैया करवाई जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि इसके इलावा नागरिक भी अपनी शिकायतें कैंपों में ले सकेंगे, जिनका मौके पर ही निपटारा किया जायेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अपनी किस्म का यह पहला प्रयास लोगों की सुविधा के लिए सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि डिप्टी कमीशनरों को छोटे मसले मौके पर हल करने के लिए ज़रुरी फंड दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कैंप सरकार को अपने नागरिकों की ज़रूरतों के प्रति और ज्यादा पहुंचयोग्य और जवाबदेह बनाने में मददगार साबित होंगे। उन्होंने कहा कि यह प्रयास सरकारी कामों में और ज्यादा पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने में भी मदद करेगा।
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