Punjab News: पंजाब में सीएम भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में सरकार लगातार किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए फैसले लेती है। इसी क्रम में सरकार ने धान की बुआई से पहले नहरी पानी छोड़ने का निर्णय लिया जिससे कि किसान आसानी से अपने फसलों की सिंचाई कर सकें।
पंजाब सरकार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक राज्य के कई गांवों में 40 सालों बाद, तो कई गांवों में पहली बार नहरी पानी पहुंचा है। दावा किया जा रहा है कि नहरी पानी के माध्यम से किसान बेहतर ढ़ंग से अपने फसल की सिंचाई कर और अच्छा पैदावार करेंगे व सशक्त हो सकेंगे।
दशकों बाद पहुंचा नहरी पानी
पंजाब सरकार द्वारा नहरी पानी छोड़ने के बाद कई गांवों में दशकों बाद नहर का पानी पहुंच सका है। इसमें प्रमुख रूप से केलास, सेमा, रायकोट, लालवाई, फिल्लौर व सरीह जैसे गांवों में 25 साल बाद तो वहीं उच्चा पिंड व कंगरोड़ जैसे गांवों में पहली बार नगरी पानी पहुंच सका है। इसके अतिरिक्त भी कपूरथला, जालंधर, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, अमृतसर, मुक्तसर, मोगा, लुधियाना व संगरूर के विभिन्न गावों में दशकों बाद नहरी पानी पहुंचा है।
सीएम मान के नेतृत्व में चल रही सरकार का दावा है कि वे किसानों की हर संभव मदद करने और उनका उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए सदैव प्रयासरत हैं।
किसानों को मिलेगा लाभ
पंजाब सरकार द्वारा हर गांवों तक नहरी पानी पहुंचाने से भारी मात्रा में किसान लाभवान्वित हो सकेंगे। दरअसल इन दिनों किसानों की धान की फसल सिंचाई के लिए पानी की आवश्यकता है। ऐसे में उनके खेतों तक पहुंच रहा नहरी पानी सिंचाई का एक प्रमुख माध्यम बन सकता है। वहीं किसान अगर नहरी पानी के माध्यम से अपने फसल की सिंचाी पर्याप्त मात्रा में करता है तो इसका असर अन्न के पैदावार पर होगा और अतिरिक्त उपज के साथ किसान खुद को सशक्त बना सकेगा।