Punjab News: पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी (AAP) लगातार राज्य के शिक्षा प्रणाली को और बेहतर करने के लिए प्रयासरत है। इसी क्रम में मान सरकार के द्वारा पंजाब के विभिन्न हिस्सों में स्कूल ऑफ एमिनेंस की शुरुआत की गई और साथ ही सरकारी स्कूलों के 200 प्रिंसिपलों को प्रशिक्षण और अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन के लिए सिंगापुर भेजा गया।
पंजाब सरकार का दावा है कि उनके द्वारा उठाए गए इन कदमो से राज्य के शिक्षा क्षेत्र में क्रांति आ रही है और ये प्रणाली पहले से कई गुना बेहतर होते जा रही है। ऐसे में आइए हम आपको पंजाब सरकार के दावो के बारे में विस्तार से बताते हैं।
शिक्षा क्षेत्र में क्रांति ला रही मान सरकार
पंजाब में सीएम भगवंत मान के नेतृत्व में सरकार चला रही AAP लगातार शिक्षा क्षेत्र में क्रांति का दावा करती है। आज “AAP Punjab” के आधिकारिक एक्स हैंडल से एक पोस्ट किया गया है जिसमे शिक्षा क्षेत्र में पंजाब सरकार द्वारा किए गए कार्यों का जिक्र हुआ है।
पंजाब सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया है कि राज्य भर में स्कूल ऑफ एमिनेंस की स्थापना के साथ मुफ्त शिक्षा सुविधाओं से शिक्षा क्षेत्र में बदलाव की प्रतिबद्धता को पूरा किया जा रहा है। इसके अलावा 100 प्रधानाध्यापकों को भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) अहमदाबाद से प्रशिक्षण प्राप्त कराया गया ताकि वे बेहतर शिक्षा दे सकें।
मेगा PTM के साथ शुरू हुईं ये सुविधाएं
पंजाब सरकार द्वारा राज्य में पहली बार सरकारी स्कूलों में भी मेगा पीटीएम की शुरुआत की गई जिससे कि अभिभावक-शिक्षक संचार को बढ़ावा मिल सके। इसके अलावा स्कूलों में आधुनिक कक्षाएं, परिसर प्रबंधक, सुरक्षा कर्मी, चौकीदार, उत्कृष्ट परिवहन की व्यवस्था भी की गई जिससे कि बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराई जा सके।
पंजाब में स्कूल ऑफ एमिनेंस के छात्रों ने इसरो, श्रीहरिकोटा में चंद्रयान-3 और आदित्य-एल1 के ऐतिहासिक प्रक्षेपण को देखा। इससे उनके बैद्धिक विकास की संभावना और बढ़ सकेगी। पंजाब सरकार की ओर से ये भी स्पष्ट किया गया कि संविदा शिक्षकों का नियमितीकरण और सरकारी स्कूल के छात्रों को स्टेशनरी का समय पर वितरण करना शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति के समान है।
मान सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ो के मुताबिक अप्रैल 2022 से 12710 शिक्षकों को नियमित किया गया और 9960 शिक्षकों और 641 गैर-शिक्षण कर्मचारियों की भर्ती की गई। वहीं राज्य के सरकारी स्कूलों के 26.8 लाख छात्रों को मुफ्त किताबों के साथ प्री-प्राइमरी छात्रों को मुफ्त वर्दी भी प्रदान की गई।
स्कूलों के लिए आवंटित हुआ बजट
पंजाब सरकार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग ने एजुकेशन प्रणाली में बदलाव के लिए स्कूलों के रखरखाव हेतु अलग से 100 करोड़ रुपये के बजट आवंटित किए हैं। इसके अलावा छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 689 एचएससी और एसएससी स्कूलों में 2042 परिसर प्रबंधकों, 1378 सुरक्षा गार्ड और स्वच्छता कर्मचारियों की तैनाती की गई है।