Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान अपने विभिन्न दावों को लेकर खूब सुर्खियों में रहते हैं। सीएम मान का दावा है कि उनके नेतृत्व में पंजाब सरकार ने विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में क्रांति लाने का काम किया और उनकी सरकार अन्य राज्यों को बिजली बेच कर करोड़ो रुपये कमा रही है।
सीएम भगवंत सिंह मान ने इसी क्रम में प्राइम एशिया टीवी को दिए एक साक्षात्कार में स्पष्ट किया कि अप्रैल से मई, 2024 तक पंजाब ने दूसरे राज्यों को 327 मिलियन यूनिट बिजली बेचकर 286 करोड़ रुपये कमाए हैं। इस दौरान सीएम मान ने लाइव इंटरव्यू के दौरान ही पंजाब बिजली बोर्ड (PSPCL) के सीएमडी को फोन कर इसकी पुष्टि भी करा दी।
विद्युत उत्पादन में बन रहा रिकॉर्ड
पंजाब के विभिन्न हिस्सों में अब सीएम भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार लगातार विद्युत उत्पादन पर जोर दे रही है। शायद यही वजह है कि बिजली के लिए अब पंजाब की निर्भरता दूसरे राज्यों पर नहीं है।
सीएम भगवंत मान ने एक साक्षात्कार के दौरान इसका उदाहरण देते हुए बताया कि अप्रैल से मई, 2024 तक पंजाब ने दूसरे राज्यों को 327 मिलियन यूनिट बिजली बेचकर 286 करोड़ रुपये कमाए हैं। इस दौरान उन्होंने पंजाब बिजली बोर्ड (PSPCL) के सीएमडी को भी फोन किया जिनके हवाले से पता चला कि पंजाब के पास अभी बठिंडा जिले के लैहरा मुहब्बत में 27 दिन, गोइंदवाल साहिब में 21 दिन और रोपड़ में 17 दिन का कोयला है। दावा किया जा रहा है कि मान सरकार के नेतृत्व में पंजाब, बिजली उत्पादन के क्षेत्र में रिकॉर्ड स्थापित कर रहा है।
कृषि क्षेत्र में हो रहा बेहतर काम
पंजाब को प्रमुख रूप से कृषि प्रधान राज्य कहा जाता है। यहां आज भी आधे से ज्यादा आबादी अपनी आजीविका चलाने के लिए कृषि पर निर्भर है।
सीएम भगवंत मान इसी क्रम में कृषि क्षेत्र में भी लगातार बेहतर करने के लिए प्रयासरत हैं। उनके साक्षात्कार के दौरान ही स्पष्ट किया कि किसान और कृषि उनके लिए हमेशा प्राथमिकता में हैं और उनकी सरकार पंजाब की खेती लाभकारी व्यवसाय बनाने के लिए प्रयासरत है जिससे कि किसान अपने पैरों पर खड़ा हो सकें।
सीएम मान ने इस दौरान ये भी बताया कि उनकी एक अपील पर पंजाब के किसानों ने पूसा 44 किस्म के स्थान पर पीआर-126, 127, 128, 129, 130 जैसी किस्में लगाकर प्रदेश में 477 करोड़ रुपये की बिजली और 500 अरब घन मीटर भूमिगत जल की बचत की है। सीएम मान इसे भूजल को ऊपर लाने की दिशा में किया जा रहा प्रयास बताते हैं।