Punjab News: पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Mann) के नेतृत्व में चल रही सरकार लगातार शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव करने के लिए प्रयासरत नजर आती है। इसी क्रम में आज राज्य के युवाओं के उज्जवल भविष्य के लिए भगवंत मान सरकार ने बड़ा कदम उठाया है।
पंजाब सरकार ने आज राज्यसभा सांसद (MP) विक्रमजीत सिंह के साथ एक MoU पर हस्ताक्षर करने के काम किया है जिसमें राज्य के 6 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) को गोद लेकर उनके स्वरूप को बदलने का जिक्र है। दावा किया जा रहा है कि पंजाब (Punjab News) सरकार के इस कदम से आईटीआई संस्थानों का स्वरूप बदल सकेगा और राज्य के युवा तकनीकी प्रशिक्षण हासिल कर योग्य बन सकेंगे।
शिक्षा के क्षेत्र में पंजाब सरकार का बड़ा कदम
पंजाब सरकार ने आज शिक्षा के क्षेत्र को और बेहतर करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस की उपस्थिति में राज्य सरकार ने राज्यसभा सांसद विक्रमजीत सिंह के साथ एक MoU साइन किया है। इस एमओयू में पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में स्थित 6 आईटीआई संस्थानों के कायाकल्प कराने का जिक्र है। जानकारी के मुताबिक सांसद विक्रमजीत सिंह संसद सदस्य स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (MPLAD) फंड से 11 करोड़ देकर 6 आईटीआई संस्थानों का कायाकल्प कराएंगे।
पंजाब के इन शहरों में स्थित ITI संस्थानों का बदलेगा स्वरूप
पंजाब सरकार और राज्यसभा सांसद विक्रमजीत सिंह के बीच हुए समझौता ज्ञापन (MoU) के मुताबिक 11 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 6 आईटीआई संस्थानों का स्वरूप बदला जा सकेगा। इसमें लुधियाना, सुनाम, मानकपुर शरीफ, लालरू, मोहाली और पटियाला में स्थित आईटीआई संस्थानों के नाम शामिल हैं।
युवाओं को कैसे होगा फायदा?
ओद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) का स्वरूप बदलने से युवाओं को सीधे रूप से लाभ पहुंचाया जा सकेगा। इसके तहत संस्थानों में उद्योग संबंधी प्रशिक्षण और ड्रोन तकनीक पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। वहीं युवाओं को अन्य कई तरह के प्रशिक्षण दिए जाएंगे ताकि वे तकनीकी गुणों को सीख सकें। इसके बाद उन्हें अलग-अलग कंपनियों में तकनीक के क्षेत्र में रोजगार आसानी से मिल सकेगा और वे अपने उज्जवल भविष्ट का निर्माण कर सकेंगे। दावा किया जा रहा है कि पंजाब सरकार का ये कदम युवाओं को सशक्त करने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकेगा।