Punjab News: पंजाब में आज ‘मानव सेवा संकल्प दिवस’ की धूम है और लोग बढ़-चढ़कर इस दिवस के मौके पर कई तरह के खास आयोजन कर रहे हैं। मानव सेवा संकल्प दिवस के दिन ‘भाई घनैया जी’ का स्मरण कर उनके सेवा भाव को अपनाने और उनसे सीखने की बात कही जाती है।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Mann) ने भी आज ‘मानव सेवा संकल्प दिवस’ के अवसर पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए बड़ी बात कह दी है। सीएम मान ने ‘भाई घनैया जी’ का स्मरण करते हुए कहा है कि “दुनिया भर में प्रेम, दया, शांति और निस्वार्थ सेवा का संदेश फैलाने वाले महान दूरदर्शी भाई घनैया जी को नमन।” (Punjab News)
CM Mann की खास प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज ‘भाई घनैया जी’ के स्मृति दिवस ‘मानव सेवा संकल्प दिवस’ के अवसर पर अपनी खास प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने घनैया जी का स्मरण करते हुए कहा है कि “दुनिया भर में प्रेम, दया, शांति और निस्वार्थ सेवा का संदेश फैलाने वाले महान दूरदर्शी भाई घनैया जी को समर्पित ‘मानव सेवा संकल्प दिवस’ के अवसर पर हम उन्हें करोड़ों की संख्या में सलाम करते हैं। सेवा भाव के लिए समर्पित रहने वाले ऐसे पवित्र आत्माओं को दुनिया के अंत तक याद किया जाएगा।”
कौन थे ‘भाई घनैया जी’?
घनैया जी गुरु घर के सेवादारों में से एक प्रमुख सेवादार थे। ग्रंथों में दर्ज जानकारी के मुताबिक जब गुरु गोविंद सिंह जुल्म के विरोध में लड़ाई लड़ रहे थे तब घनैया जी उनकी और सैनिकों की सेवा करते थे। घनैया जी का सेवा भाव इस कदर था कि वे दुश्मनों को भी पानी पिलाते थे। इसकी शिकायत जब गुरु गोविंद सिंह जी के पास गई तो उन्होंने घनैया जी को बुलाया और ऐसा करने के पीछे का कारण पूछा।
गुरु गोविंद सिंह के सवालों का जवाब देते हुए घनैया जी ने कहा कि मुझे युद्धभूमि में सिर्फ आप नजर आते हैं और इसीलिए मैं जो भी करता हूं वो आपकी सेवा करता हूं। घनैया जी के बातों को सुन गुरु गोविंद सिंह प्रसन्न हुए और उन्होंने बिना भेदभाव के सेवा में जुटे घनैया जी की सराहना की कहा कि सेवा भाव के दौरान हमारी दृष्टि सदैव एक एक समान होनी चाहिए। इसी सेवा भाव से सीख लेने के लिए ही घनैया जी का स्मरण करते हुए ‘मानव सेवा संकल्प दिवस’ मनाया जाता है।