Punjab News: उत्तर भारत के प्रमुख कृषि प्रधान राज्य, पंजाब का नेतृत्व सीएम भगवंत सिंह मान के हाथों में है और वे बखूबी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन भी कर रहे हैं। बता दें कि पंजाब में इन दिनों खेती-बाड़ी से जुड़ा कार्य तेजी से चल रहा है और किसान अपने-अपने खेतों में धान की बुआई करने की तैयारी में है।
धान की बुआई के लिए किसानों को पानी का आवश्यकता होगी जिसकी पूर्ति के लिए सीएम मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार लंबे समय से प्रयासरत थी। अंतत: सीएम मान का प्रयास रंग लाया और आज पंजाब के कई प्रमुख जिलों में फसलों की सिंचाई के लिए नहरी पानी छोड़ा जा रहा है। इसके अलावा लोगों को गर्मी से राहत दिलाने के लिए 8 घंटे से ज्यादा बिजली की सप्लाई की जा रही है जिससे कि वे गर्मी से बच सके।
रंग लाया CM Mann का प्रयास
पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में सरकार लगातार किसानों के हित के लिए प्रयासरत है। इसी क्रम में मान सरकार ने धान की बुआई को देखते हुए नहरी पानी की शुरुआत कर दी है। सरकार का दावा है कि इससे ज्यादा संख्या में किसान लाभवान्वित हो सकेंगे और अपने फसल की सिंचाई के लिए नहरी पानी का इस्तेमाल कर सकेंगे।
पंजाब सरकार ने इसके साथ ही अपने वादों के मुताबिक 8 घंटे से ज्यादा की बिजली सप्लाई भी शुरू कर दी है जिससे कि लोगों को गर्मी से राहत मिल सके और वो अन्य तमाम कार्य आसानी से कर सकें।
किसानों को होगा फायदा
पंजाब (Punjab) के कई प्रमुख जिलों में 11 जून से ही नहरी पानी की शुरुआत कर दी गई है। इसमें फजलीका, फरीदकोट, बठिंडा, फिरोजपुर, मानसा व मुक्तार साहिब जैसे जिले शामिल हैं। बता दें कि ये सभी जिले पंजाब के कृषि बेल्ट में आते हैं और यहां समय से पानी की उपलब्धता का असर फसलों को उत्पादन पर पड़ेगा और अधिक अन्न का उत्पादन किया जा सकेगा।
कृषि विशेषज्ञों से लेकर तमाम किसानों का भी दावा किया है कि नहरी पानी की उपलब्धता से फसलों की सिंचाई आसानी से की जा सकेगी। वहीं भरपूर मात्रा में सिंचाई होने से फसलों का पैदावार भी बेहतर होगा जिससे किसान आगामी समय में सशक्त हो सकेंगे और पंजाब के विकास में अपना योगदान दे सकेंगे। इसके अलावा नहरी पानी से सिंचाई करने पर भू-जल का संरक्षण भी किया जा सकेगा जिससे कि आगामी समय में घरेलू उपयोग, कृषि और उद्योग सहित सभी उपयोगों के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध हो सके।