Punjab Weather Update: उत्तर भारत के प्रमुख कृषि प्रधान राज्यों में से एक पंजाब में इन दिनों तपती गर्मी के साथ लू का भीषण कहर देखने को मिल रहा है। इसके कारण तापमान में तगड़ी वृद्धि दर्ज की जा रही है और गर्मी का क्रम भी बढ़ता नजर आ रहा है। इसमे फजलीका, अमृतसर, गुरुदासपुर, बठिंडा, तरन-तारन, मोगा व रोपड़ जैसे इलाके शामिल हैं।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के चंडीगढ़ केन्द्र ने इसको लेकर अपने पूर्वानुमान जारी किए हैं। मौसम विभाग के रिपोर्ट के अनुसार 22 मई के बाद राज्य के विभिन्न हिस्सों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है जिसके बाद हल्की बूंदा-बांदी के आसार हैं। दावा किया जा रहा है कि अगर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ तो लोगों को 22 मई के बाद गर्मी से हल्की राहत मिल सकती है।
लू के साथ तपती धूप का कहर!
पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में आज लू के साथ तपती धूप का कहर देखने को मिला है। इसके तहत आज अमृतसर, बठिंडा, फजलीका, गुरुदासपुर, तरन तारन व रोपड़ जैसे इलाके भीषण गर्मी की चपेट में है।
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए पूर्वानुमान के तहत राज्य के इन इलाकों में आगामी तीन से चार दिनों तक गर्मी का क्रम बरकरार रह सकता है।
IMD की रिपोर्ट
मौसम विभाग की ओर से राज्य के विभिन्न हिस्सों के लिए पूर्वानुमान जारी किए गए हैं। इसके तहत स्पष्ट किया गया है कि 22 मई के बाद ही लोगों को गर्मी हल्की राहत मिलने की संभावना है। ऐसे में आगामी 3 से 4 दिनों तक लोगों को तपती गर्मी का सामना करना ही पड़ेगा।
शहर (पंजाब) | न्यूनतम तापमान | अदिकतम तापमान |
बठिंडा | 26 डिग्री | 45 डिग्री |
फजलिका | 33.5 डिग्री | 46.2 डिग्री |
फिरोजपुर | 28 डिग्री | 44 डिग्री |
गुरुदासपुर | 30.2 डिग्री | 44.5 डिग्री |
अमृतसर | 27 डिग्री | 45 डिग्री |
रोपड़ | 30.5 डिग्री | 45.7 डिग्री |
पटियाला | 27 डिग्री | 45 डिग्री |
पठानकोट | 25 डिग्री | 44 डिग्री |
मोगा | 33.7 डिग्री | 46.2 डिग्री |
होशियारपुर | 30.8 डिग्री | 45.2 डिग्री |
तरन तारन | 31.9 डिग्री | 45.9 डिग्री |
संगरुर | 34.5 डिग्री | 46.5 डिग्री |
नोट– उपरोक्त में दर्ज किए गए तापमान के आंकड़े डिग्री सेल्सियस में है और इन्हें IMD की आधिकारिक साइट से लिया गया है।
तपती गर्मी बढ़ा रही चिंता
पंजाब के विभिन्न हिस्सों में तपती गर्मी लगातार किसानों की चिंता बढ़ा रही है। दरअसल पंजाब कृषि प्रधान राज्य है और यहां सभी फसलों की सिंचाई के लिए बारिश एक प्रमुख माध्यम है। हालाकि गर्मी के कारण इन दिनों किसानों को गन्ना फसल की सिंचाई करने में तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा आगामी फसलों की बुआई के वक्त भी किसानों के लिए ये तपती गर्मी चिंता का विषय बनी हुई है। दावा किया जा रहा है कि अगर समय पर बारिश नहीं हुई तो किसानों को सिंचाई के लिए तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।