CM Mann: पंजाब में कानून-व्यवस्था के बिगड़ने का आरोप लगा रही राज्य की विपक्षी पार्टियों के राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग पर आज सीएम भगवंत मान भड़क गए। उन्होंने राज्य के पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह तथा बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग पंजाब विरोधी लोग हैं। जो राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग कर रहे हैं। विपक्ष का मानना है कि राज्य की कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है। इसके साथ ही सीएम मान का विधानसभा सत्र बुलाने के मुद्दे पर राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित के बीच भी विवाद चल रहा है।
जानें क्या है मामला
आपको बता दें पिछले कुछ समय से पंजाब में हो रही अराजक घटनाओं को लेकर पंजाब के प्रमुख विपक्षियों ने मान सरकार को निशाने पर ले लिया है। जिस तरह से अमृतपाल सिंह ने संगठित होकर अपने एक गिरफ्तार साथी को पुलिस थाने पर हमला करके छुड़ा लिया। इस घटना एक बार फिर विपक्षियों को राज्य सरकार के खिलाफ एक मुद्दा दे दिया। सीएम मान ने एक ट्वीट कर राज्य के कुछ प्रमुख विपक्षी नेताओं का नाम लेकर आरोप लगाते हुए लिखा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह, केवल ढिल्लों, बलबीर सिद्धू, फतेह जंग बाजवा, राजकुमार वेरका, गुरप्रीत सिंग सोढ़ी (सभी कांग्रेस नेता जो अब बीजेपी में है) अक्सर राज्यपाल आवास के आस-पास देखे जा सकते हैं। ये पंजाब में राज्यपाल के शासन की बात कर रहे हैं। पंजाब के लोग सब जानते हैं कि ये लोग हमेशा पंजाब विरोधी रहे हैं।
सीएम मान और राज्यपाल पुरोहित में अनबन
आपको बता दें पंजाब में भी आम आदमी पार्टी की सीएम मान सरकार और राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित के बीच पिछले साल से ही विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर आपसी अनबन चल रही है। पंजाब बजट 2023 पेश करने को तैयार मान सरकार ने राज्यपाल पुरोहित से 3 मार्च 2023 को विधानसभा सत्र बुलाने का पत्र लिखकर आग्रह किया। लेकिन राज्यपाल के द्वारा उनकी इस मांग के जबाव में संकेत देकर कहा कि ऐसी कोई जल्दी नहीं है। हम सीएम के पत्र पर पहले कानूनी राय लेंगे तब सोचेंगे। राज्यपाल के मांग को नजरंदाज करने ने अनबन को इस हद तक बढ़ा दिया है कि बजट सत्र को मंजूरी न देने पर मान सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में इसके लिए एक याचिका दायर कर दी है।
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