Raghav Chadha: आम आदमी पार्टी (AAP) के युवा तुर्क व सीएम अरविंद केजरीवाल और सीएम भगवंत मान के बेहद करीबी माने जाने वाले राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने सदन में बेहद महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया है। पंजाब (Punjab) से राज्यसभा के सबसे युवा सदस्य के रूप में सदन पहुंचे राघव चड्ढा ने आज भारत की राजनीति में युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने की अपील की है।
राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने सभापति जगदीप धनखड़ के माध्यम से भारत सरकार से अपील की है कि देश में किसी भी चुनाव को लड़ने के लिए आयु सीमा को 25 वर्ष से घटाकर 21 वर्ष की जाए। राघव चड्ढा (Raghav Chadha) का दावा है कि इससे युवा वर्ग तेजी से राजनीति की मुख्यधारा में जुड़ सकेगा और देश के विकास में सहायक बनेगा।
MP Raghav Chadha की विशेष मांग
पंजाब से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने आज राज्यसभा में भारत सरकार से एक विशेष मांग कर दी है। राघव चड्ढा ने कहा कि भारत आज विश्व का सबसे युवा देश है और यहां के नागरिकों की औसत आयु 29 वर्ष है।
देश की 65 फीसदी आबादी आज 35 वर्ष से कम उम्र वाली है तो 50 फीसदी से ज्यादा आबादी की औसत उम्र 25 सल से भी कम है। ऐसे में जब हम विश्व के अग्रणी और युवा देशों में से एक हैं तो हमारे यहां चुनाव लड़ने की आयु भी 25 के बजाय 21 वर्ष होनी चाहिए।
युवाओं को राजनीति की मुख्यधारा में जोड़ने का लक्ष्य
राघव चड्ढा ने राज्यसभा में अपनी बात रखते हुए कहा है कि आज देश के विभिन्न हिस्सों में अभिवावक अपने बच्चों को डॉक्टर, इंजीनियर, चार्टर्ड अकाउंटेंट व अन्य पेशों में जाने की सलाह देते हैं। लेकिन कोई अभिवावक अपने बच्चों से ये नहीं कहता कि वे भारत की राजनीति में अपना कदम रखें और नेता बनें। ऐसे में ये विषय बेहद चिंताजनक है।
राघव चड्ढा ने ये भी कहा कि पहली लोकसभा में 26 फीसदी सांसदों की आयु 40 साल से कम थी। वहीं पिछले 2019 से 2024 तक की लोकसभा में मात्र 12 फीसदी सांसद 40 साल से कम उम्र के थे। ऐसे में भारत की मुख्यधारा राजनीति में युवा आबादी का घटना चिंता का विषय है जिस पर विचार होना चाहिए और जब हम ‘यंग कंट्री’ की बात करते हैं तो हमें ‘यंग राजनेता’ को भी मुख्यधारा की राजनीति से जोड़ने के लिए प्रयास करना चाहिए।