QUAD Meeting In Delhi: दिल्ली में आज यानि शुक्रवार को क्वाड (QUAD) देशों के विदेश मंत्रियों की अहम बैठक होने वाली है। इस बैठक में जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी भी शामिल होंगे। योशीमासा हयासी इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए खास तौर पर भारत आ रहे हैं। इससे पहले जापानी संसद की कार्यवाही के कारण हयाशी जी-20 समिट में शामिल नहीं हो सके थे। हयाशी की जगह जापान के विदेश मामलों के राज्य मंत्री केंजी यामादा बैठक (QUAD Meeting In Delhi) में हिस्सा ले रहे थे।
जापान के विदेश मंत्री आज पहुंचेंगे भारत (QUAD Meeting In Delhi)
एक वरिष्ठ जापानी विपक्षी सांसदों की मानें तो हयाशी से शुक्रवार यानि 3 मार्च को संसदीय सत्र के दौरान सवालों का जवाब देने के लिए नहीं कहा जाएगा। इससे उनके भारत आने का रास्ता साफ हो गया है। जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी के बैठक में भाग लेने के लिए आज नई दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है।
रायसीना डायलॉग का आयोजन
क्वाड में ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका भी शामिल है। बैठक में शामिल होने के लिए ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री पेनी वोंग और अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन पहले से ही नई दिल्ली में हैं। वहीं, आज इस बैठक (QUAD Meeting In Delhi) के अलावा इन विदेश मंत्रियों के रायसीना डायलॉग (Raisina Dialogue) में एक पैनल में भाग लेने की उम्मीद जताई जा रही है। इस डायलॉग का आयोजन विदेश मंत्रालय की ओर से किया जाता है, जिसमें भू-अर्थशास्त्र और भू-राजनीति पर चर्चा की जाती है। रायसीना डायलॉग वैश्विक कूटनीति पर चर्चा करने का एक आयोजन है।
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि यह बैठक मंत्रियों के लिए न्यूयॉर्क में सितंबर 2022 में हुई थी। इस बैठक में पिछली बैठक में हुई चर्चा को जारी रखने का एक अवसर है, मंत्रालय की मानें तो इसमें क्वाड देशों के विदेश मंत्री एक मुक्त, खुले व समावेशी इंडो-पैसिफिक पर अपने विचार रखेंगे।
चीन को मिलेगा बड़ा संदेश (QUAD Meeting In Delhi)
गौर हो कि भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया आधिकारिक तौर पर यह कहते नजर आते हैं कि क्वाड का गठन चीन को ध्यान में रख कर नहीं किया गया है, लेकिन हकीकत में देखें तो पूरे हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन की जिस तरह से आक्रामक गतिविधियां बढ़ी हैं उसे देख कर ही ये चारों देश एक साथ आए हैं. मई, 2020 से भारत और चीन के रिश्ते में खटास है. इसके पीछे मुख्य कारण पूर्वोत्तर एलएसी (LAC) पर चीन की घुसपैठ है. दूसरी तरफ अमेरिका और चीन के बीच भी रिश्ते लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. ऐसे में क्वाड के विदेश मंत्रियों का एक सार्वजनिक मंच पर एक साथ आना ड्रैगन को बड़े संकेत देने के तौर पर देखा जा रहा है।