Rahul Gandhi: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व रायबरेली लोकसभा सीट से सांसद राहुल गांधी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद बेहद सक्रिय नजर आ रहे हैं। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बीते दिनों ही यूपी के हाथरस में हुए भगदड़ में मारे जाने वाले मृतकों के परिजनों से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने आज देश के उत्तर पूर्वी राज्यों में जाने का फैसला लिया और असम (Assam) व मणिपुर (Manipur) पहुंच गए।
राहुल गांधी ने इस दौरान असम में बाढ़ से प्रभावित लोगों से तो वहीं मणिपुर के अलग-अलग हिस्सों में बने राहत शिविरों में रहने वाले लोगों से मुलाकात की है। इस दौरान उन्होंने पीड़ितों का हाल जाना है और उनके साथ अपनी उपस्थिती दर्ज कराई है। राहुल गांधी के इस दौरे को लेकर कयासबाजी का दौर जारी है और इसको लेकर कई तरह की सुर्खियां बन रही हैं।
हाथरस के बाद मणिपुर, असम दौरे पर Rahul Gandhi
राहुल गांधी ने बीते दिनों यूपी के हाथरस (Hathras) जिले का दौरा किया था। इस दौरान राहुल गांधी उन परिवारों से मिले थे जिनके अपने हाथरस में सत्संग के दौरान हुए हादसे में मारे गए थे। इसके बाद 6 जुलाई को ही खबर मिली कि राहुल (Rahul Gandhi) आज यानी 8 जुलाई को मणिपुर का दौरा कर सकते हैं।
राहुल गांधी ने इसी क्रम में आज खबर को पुख्ता करते हुए मणिपुर का दौरा भी कर लिया। उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी अपने मणिपुर दौरे के दौरान जिरीभाम हायर सेकेंडरी स्कूल में स्थापित राहत शिविर पहुंचे जहां उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात की। इसके अलावा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने फुलर्टल के थलाई इन यूथ केयर सेंटर में राहत शिविर का भी दौरा किया और बाढ़ से प्रभावित लोगों से मुलाकात की।
मणिपुर हिंसा के बाद तीसरी यात्रा
देश के उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच भीषण हिंसा उपज गई थी। इस हिंसा को हुए लगभग 1 साल से ज्यादा समय हो गए और कभी-कभी इससे जुड़े अपडेट सामने आते रहते हैं। मणिपुर में हुई हिंसा के कारण राज्य के लाखों नागरिक प्रभावित हुए और उन्हें असम व उत्तर पूर्वी के अन्य राज्यों में शरण लेना पड़ा।
राहुल गांधी ने मणिपुर हिंसा के दौरान ही राज्य का दौरा किया और वे न्याय यात्रा को लेकर भी मणिपुर पहुंचे थे। आज यानी 8 जुलाई को राहुल गांधी हिंसा के बाद तीसरी बाद मणिपुर पहुंचे हैं और हिंसा से प्रभावित लोगों से राहत शिविरों में जाकर मुलाकात कर रहे हैं।