Home ख़ास खबरें कांग्रेस सांसद और नेता Rahul Gandhi ने ईवीएम पर जताई चिंता, कहा...

कांग्रेस सांसद और नेता Rahul Gandhi ने ईवीएम पर जताई चिंता, कहा ‘लोकतंत्र एक दिखावा’.., जानें डिटेल

Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव के नतीजें के बाद एक बार फिर ईवीएम पर सवाल उठाए है।

0
Rahul Gandhi
Rahul Gandhi

Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव के नतीजें के बाद एक बार फिर ईवीएम पर सवाल उठाए है। गौरतलब है कि इससे पहले एलन मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ईवीएम को लेकर पोस्ट किया था। वहीं अब राहुल गांधी ने भी अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ईवीएम पर एक बार फिर सवाल खड़े किए है।

Rahul Gandhi ने ईवीएम पर उठाए सवाल

आपको बता दें कि राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि “भारत में ईवीएम एक “ब्लैक बॉक्स” हैं और किसी को भी उनकी जांच करने की अनुमति नहीं है।

हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं। जब संस्थानों में जवाबदेही की कमी हो जाती है तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है”।

हमे ईवीएम को खत्म कर देना चाहिए

टेस्ला कंपनी के सीईओ एलन मस्क ने एक्स पर एक पोस्ट में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को लेकर चिंता जताई थी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा था कि “हमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को ख़त्म कर देना चाहिए।

इंसानों या एआई द्वारा हैक किए जाने का जोखिम, हालांकि छोटा है, फिर भी बहुत अधिक है”।

राजीव चंद्रशेखर ने एलन मस्क को दिया जवाब

बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों पर अरबपति तकनीकी दिग्गज एलन मस्क की टिप्पणियों का विरोध करते हुए लिखा कि “यह एक बहुत बड़ा व्यापक सामान्यीकरण कथन है जिसका अर्थ है कि कोई भी सुरक्षित डिजिटल हार्डवेयर नहीं बना सकता है। गलत। एलोन मस्क का विचार अमेरिका और अन्य स्थानों पर लागू हो सकता है – जहां वे इंटरनेट से जुड़ी वोटिंग मशीनें बनाने के लिए नियमित कंप्यूट प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं। लेकिन भारतीय ईवीएम कस्टम डिज़ाइन, सुरक्षित और किसी भी नेटवर्क या मीडिया से अलग हैं – कोई कनेक्टिविटी नहीं, कोई ब्लूटूथ, वाईफाई, इंटरनेट नहीं।

यानी इसमें कोई रास्ता नहीं है। फ़ैक्टरी प्रोग्राम किए गए नियंत्रक जिन्हें दोबारा प्रोग्राम नहीं किया जा सकता है। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को ठीक वैसे ही तैयार और निर्मित किया जा सकता है जैसा कि भारत ने किया है। हमें एलोन ट्यूटोरियल चलाने में खुशी होगी”।

Exit mobile version