Rahul Gandhi: 18वीं लोकसभा के संसद सत्र की कार्यवाही का आज 7वां दिन है और इस दौरान सत्तारुढ़ दल से लेकर विपक्ष तक के तमाम नेताओं की बयानबाजी को लेकर खूब सुर्खियां बन रही हैं। बीते दिन लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अग्निवीर योजना को लेकर अपनी राय रखी थी जिसे अब ‘इंडिया गठबंधन’ के मजबूत नेता अखिलेश यादव का समर्थन मिलता नजर आ रहा है।
Akhilesh Yadav ने आज लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान, बेहद मजबूती से अग्निवीर योजना पर केन्द्र सरकार को घेरा है। अखिलेश यादव ने कहा कि “हम जाति जनगणना के पक्ष में हैं लेकिन हम अग्निवीर योजना को कभी स्वीकार नहीं कर सकते। ‘इंडिया गठबंधन’ जब भी सत्ता में आएगा, तो अग्निवीर योजना को खत्म कर दिया जाएगा।” अखिलेश यादव के इस बयान को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हैं। ऐसे में आइए हम आपको अग्निवीर योजना पर चल रही तमाम चर्चा और इस खास स्कीम पर केन्द्र सरकार (BJP Govt.) का रुख बताते हैं।
अग्निवीर योजना पर अखिलेश यादव का पक्ष
यूपी के पूर्व सीएम व कन्नौज लोकसभा सीट से सांसद अखिलेश यादव ने आज लोकसभा में अग्निवीर योजना, बेरोजगारी व ईवीएम जैसे मुद्दे पर सरकार को जम कर घेरा है।
अखिलेश यादव ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि “हम जाति जनगणना के पक्ष में हैं, लेकिन हम अग्निवीर योजना को कभी स्वीकार नहीं कर सकते। जब ‘इंडिया गठबंधन’ सत्ता में आएगा, तो अग्निवीर योजना को खत्म कर दिया जाएगा।” अखिलेश यादव ने इसके अलावा MSP की कानूनी गारंटी न दिए जाने पर कहा कि “बागवानी फसलों को भी एमएसपी दिया जाना चाहिए।”
राहुल गांधी ने भी किया विरोध
भारतीय सेना में सशस्त्र बलों की 3 सेवाओं में कमीशन अधिकारियों के पद से नीचे के सैनिकों की भर्ती के लिए शुरू की गई अग्निवीर योजना का विरोध विपक्ष शुरू से करता आया है। लोकसभा में नेताप्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इसको लेकर बीते दिन अपना पक्ष रखा था।
राहुल गांधी कहा था कि “एक अग्निवीर ने बारूदी सुरंग विस्फोट में अपनी जान गंवा दी, लेकिन उसे ‘शहीद’ नहीं कहा जाता। ‘अग्निवीर’ इस्तेमाल करो और फेंक दो’ वाली योजना है और इसकी समीक्षा होनी चाहिए।”
अग्निवीर योजना पर केन्द्र सरकार का रुख
भारतीय सेना में लागू किए गए अग्निवीर योजना को लेकर केन्द्र में BJP के नेतृत्व में चल रही सरकार का रुख स्पष्ट नजर आ रहा है। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बीते दिन लोकसभा में अग्निवीर योजना पर उठ रहे तमाम सवालों को लेकर अपना जवाब दिया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया कि “नेता प्रतिपक्ष संसद को गुमराह करने की कोशिश न करें। अग्निवीर योजना के संबंध में बहुत सारे लोगों से, 158 संस्थानों के साथ सीधा संवाद स्थापित किया गया, उनके सुझाव लिये गए, तब यह योजना लाई गई है। सरकार ने बहुत सोच समझकर यह योजना लाई है। ऐसे में बिना योजना के बारे में समझे, बिना उस संबंध में कोई पूरी जानकारी हासिल किए, इस तरीके से सदन को गुमराह करना इसे कदापि उचित नही ठहराया जा सकता।” माना जा रहा है कि केन्द्र सरकार का मत अग्निवीर योजना को लेकर स्पष्ट है और इसे जारी रखा जाएगा।