Rajasthan: रामनवमी के बाद देश के अलग-अलग राज्यों में हिंसा की आग भड़कती हुई नजर आ रही है। महाराष्ट्र, झारखंड और बंगाल के बाद अब राजस्थान के भरतपुर में भी मुर्ति लगाने को लेकर बवाल भड़क गया है। भरतपुर में बवाल इस कदर तक बढ़ गया था कि, वहां के लोगों ने चक्का जाम कर आगजनी की। इसी के साथ पुलिस की गाड़ियों पर भी पथराव किया गया।
दो जातियों में भिड़ंत
दरअसल राजस्थान के भरतपुर जिले में बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा नदबई के बैलारा चौराहे पर लगानी थी, लेकिन 12 अप्रैल की देर रात को दो जातियों के आपस में उलझने से हालत बिगड़ गए। लोगों को हटाने के लिए जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उस पर भी पथराव शुरू किए गए थे। इसी के साथ लोगों को हटाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
बैलार बाईपास चौराहे पर लगाई जाएगी मूर्ति
पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह और नदबई से कांग्रेस विधायक जोगेंद्र सिंह अवाना ने बुधवार शाम को प्रेस वार्ता की। इस दौरान मंत्री विश्वेंद्र ने कहा कि, तीनों महापुरुषों की मूर्तियां लग रही है इसमें दलगत राजनीति ना करके उस से ऊपर उठकर कार्य करना चाहिए। मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने बताया कि, 14 अप्रैल को बैलार बाईपास चौराहे पर बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति का अनावरण होगा। उससे पहले डेरा मोड़ पर भगवान परशुराम और महाराजा सूरजमल की मूर्तियां की पत्तियों का भूमि पूजन होगा।
क्या है पूरा मामला ?
पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह और विधायक जोगिंदर अवाना कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद बैलार क्षेत्र के कुछ लोगों ने असंतोष जाहिर किया। लोग मांग कर रहे हैं कि, बैलार चौराहे पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगानी चाहिए। इसके बाद आपस के गांव के लोग बैलार चौराहे की तरफ बढ़ने लगे ऐसे में प्रशासन को आशंका थी कि कहीं मूर्ति लगाने के बाद कोई तोड़फोड़ ना की जाए। हालात की गंभीरता को देखते हुए पूरे इलाके में पुलिस फोर्स भी तैनात की गई थी लेकिन रात 8 बजे के बाद हालत बिगड़ने शुरू हो गए। बता दें कि, विरोध कर रहे गांव के लोगों ने पहले चक्का जाम कर दिया और फिर पेट्रोल डालकर सड़कों पर आगजनी शुरू कर दी। इसी के साथ लोगों ने सारे रास्ते बंद कर दिए और पुलिस और मीडिया को भी बैलार चौराहे की तरफ जाने से रोक दिया।