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Gehlot on Shekhawat: ‘संजीवनी मामले में शेखावत का अपराध सिद्ध, लोगों को गुमराह करने की कर रहे कोशिश’

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Gehlot on Shekhawat: राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने एक बार फिर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को संजीवनी घोटाले में आरोपी ठहरा दिया है। पिछले तीन दिनों में सीएम ने शेखावत को दूसरी बार आरोपी ठहराया है। वो संजीवनी घोटाले में जनता को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने एक ट्वीट करके एसओजी जांच रिपोर्ट को अपने आरोप का आधार बनाया है। इससे पहले केंद्रीय मंत्री ने भी सीएम गहलोत के आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि जो काम ACB और SOG पिछले 4 साल की जांच में न कर सके, उसे सीएम ने 4 मिनट में कर दिया।

जानें क्या है मामला

सीएम गहलोत और केंद्रीय मंत्री शेखावत के बीच पिछले 4 साल से राज्य की राजनीतिक जंग जा रही है। इससे पहले अशोक गहलोत ने सरकार गिराने के प्रयास में सीधे सीधे शेखावत की भूमिका का आरोप लगा चुके हैं। इस संबंध में उनसे आवाज का नमूना भी देने की चुनौती दी थी। इसके बाद से ही सीएम गहलोत ने संजीवनी कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड घोटाले में शेखावत की भूमिका की जांच के आदेश दे दिए थे।

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शेखावत ने किया था इंकार

इससे पहले पिछली 20 फरवरी को भाजपा प्रदेश कार्यालय पर शेखावत ने पत्रकारों से बात करते हुए अपने ऊपर लगाए सभी आरोंपों को सिरे से नकार दिया था। उन्होंने कहा कि जो काम ACB और SOG पिछले 4 साल की जांच में न कर सके, उसे सीएम ने 4 मिनट में कर दिया। सीएम ने ही सीधे-सीधे मुझे अपराधी घोषित कर दिया। केंद्रीयमंत्री ने सीएम पर सवाल उठाते हुए कहा था कि यदि वो संजीवनी पीड़ितों की रकम वापस दिलाने के लिए इतने ही गंभीर होते, तो सीबीआई को जांच दे चुके होते।

सीएम ने ट्वीट कर किया पलटवार

केंद्रीयमंत्री शेखावत के इसी बयान के बाद सीएम ने आज एक ट्वीट कर फिर से पलटवार किया। उन्होंने लिखा कि SOG जांच में संजीवनी घोटाले में गिरफ्तार अभियुक्तों की तरह ही गजेंद्र सिंह शेखावत का अपराध सिद्ध हो चुका है। वो लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। जबकि संजीवनी मामले में अभियुक्तों की जिन धाराओं में गिरफ्तारी हुई है, उन्हीं धाराओं में उन पर भी अपराध सिद्ध हो चुका है। इसके बाद भी आरोपियों की संपत्ति अटैच करने की शक्ति राज्य की एजेंसी SOG के पास न होकर केंद्रिय एजेंसी ED के पास है।

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