Jat Mahakumbh: तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव के खत्म होने के बाद अब राजस्थान में भी बिगुल बजना शुरू हो गया है। राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में तमाम बड़ी – छोटी पार्टियां अपने – अपने जातियों के वोट को साधने में जुट गई हैं। वहीं बीजेपी और कांग्रेस भी अपना दमखम दिखाने के लिए जनता के नब्ज को टटोलना शुरू कर दिए हैं। ऐसे में चुनावी साल को देखते हुए राजस्थान के जाटों ने 5 मार्च को जाट महाकुंभ का आयोजन किया है।
संख्याबल के आधार पर सरकार को दिखाएंगे तागत
चुनाव से पहले राजस्थान के जाट समुदाय के द्वारा बुलाए जा रहे इस महाकुंभ के जरिए सरकार को संख्या बल के आधार पर तागत दिखाने की कोशिश की जा रही है। राजस्थान के जाट समुदाय के लोगों की प्रमुख मांग है कि जातिगत हिसाब से सरकार जनगणना करवाए। वहीं ओबीसी समुदाय के लोगों को संख्या बल के हिसाब से आरक्षण मिले। ऐसे में चुनावी साल में यह महाकुंभ जाट समुदाय के लिए वरदान साबित हो सकता है। इस महाकुंभ को लेकर जाट समुदाय काफी लंबे समय से तैयारी कर रहा था। इस महाकुंभ में जाट समुदाय से जुड़े कई बड़े नेता और समाज से जुड़े बड़े लोग शामिल होंगे।
ये भी पढ़ें: ASSEMBLY ELECTIONS RESULTS 2023: त्रिपुरा और नागालैंड में भाजपा गठबंधन का परचम, मेघालय में NPP सबसे बड़ी पार्टी
वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड का सीएम गहलोत ने किया गठन
5 मार्च को होने जा रहे जाट महाकुंभ से पहले सीएम अशोक गहलोत ने जाट समुदाय के लोगों को बड़ी सौगात दी है। बता दें कि गुरुवार को सीएम की तरफ से वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड का गठन किया गया। राजस्थान में यह संगठन गरीब परिवारों और किसानों की देखभाल करेगा। इसके साथ ही वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड किसानों के मद्दे को सरकार के सामने गंभीरता से रखेगा।
ये भी पढ़ें: TRIPURA ASSEMBLY ELECTION RESULTS 2023: त्रिपुरा में राहुल गांधी ने नहीं की थी चुनावी रैली, कांग्रेस को भारी नुकसान