Rajasthan Longest Bridge: राजस्थान के लोगों को एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। बताया जा रहा है कि यहां की चंबल नदी पर सबसे लंबा एक हाई लेवल ब्रिज का निर्माण होने जा रहा है। इस ब्रिज को बनाने के लिए बताया जा रहा है कि 111.50 करोड़ रुपए पास किए गए हैं। इस ब्रिज के निर्माण होने से मध्य प्रदेश और राजस्थान दोनों राज्यों के लोगों को आने – जाने में काफी राहत मिलेगी। इस ब्रिज के बारे में बताया जा रहा है कि इसकी लंबाई 1880 मीटर है वहीं इसकी ऊंचाई 35 मीटर होगी। इस ब्रिज के निर्माण के लिए लोग काफी समय से मांग उठा रहे थे जो अब जाकर पूरा हुआ है।
वन विभाग की क्लीयरेंस न होने की वजह से रुका था निर्माण
इस ब्रिज के बारे में बताया जा रहा है की साल 2020 में इसका डीपीआर और 2021 में 165 करोड़ रुपए मंजूरी के बाद भी वन विभाग की क्लीयरेंस न मिलने की वजह से निर्माण नहीं हो पा रहा था। बताया जा रहा है कि यह ब्रिज डेढ़ साल के अंदर बनकर तैयार हो जाएगा। चंबल नदी पर इस ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू किया जा सके इसके लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग कोटा ने जयपुर फाइल भेजी है । वहीं अभी भी सबसे लंबा ब्रिज चंबल नदी पर ही बना हुआ है। राजस्थान के गैंता और बूंदी जिले में 1562 मीटर लंबा ब्रिज साल 2018 में बनाकर तैयार हुआ था।
लोगों को मिलेगी काफी सुविधा
इस ब्रिज के शुरू होने से लोगों को काफी राहत मिलेगी। बताया जाता है कि बरसात के मौसम में लोगों का आना – जाना काफी मुश्किल हो जाता है इसके साथ – साथ यातायात भी पूरी तरह से बंद कर दिया जाता है। यह ब्रिज राजस्थान के कई जिलों को आपस में जोड़ेगा इसके साथ ही यह बारां और सवाईमाधोपुर के लिए भी वरदान की तरह साबित होगा। इसका फायदा बारा जिले के लोगों को भी होगा क्योंकि अभी लोगों को यहां आने के लिए 200 किमी घूमकर कोटा होकर आना पड़ता है।
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एक्सईएन मुकेश मीणा ने दी ये जानकारी
रविवार को एक्सईएन मुकेश मीणा ने इस ब्रिज के बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि प्रेस्ट्रेस्ड कंक्रीट गर्डर ब्रिज में चार गर्डर होंगे। इस ब्रिज में 47 स्पान रखे जाएंगे साथ ही 48 पियर भी लगे होंगे। इसके सोनो छोरों में एबेटमेंट भी लगाया जाएगा। राजस्थान का कुछ इलाका पहाड़ों से घिरा हुआ है तो पहाड़ के ऊपर 5, वेल के 7 और पाइल 36 फाउंडेशन दिए जाएंगे।