Rajasthan: जोधपुर के ओसिया विधानसभा क्षेत्र से विधायक दिव्या मदेरणा जनता दरबार के माध्यम से जनसमस्याओं को सुनने पहुंची थी। इस दौरान एक किसान ने म्यूटेशन के एवज में क्षेत्र के पटवारी पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया। इसके बाद उन्होंने शिकायत करने वाले किसान को ही डांट दिया, और अपने कार्यकर्ताओं पर ही भड़कते हुए बोलीं कि मुझे यहां बेइज्जत करने के लिए बुलाया है क्या !
जानें क्या है पूरा मामला
बता दें इस साल के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 होने वाले हैं और सभी पार्टिंयां अपनी सरकार बनाने के लिए जनता को लुभाने पर लगी हैं। जिसका फैसला चुनाव में जनता करेगी। इसके लिए सभी विधायक और भावी विधायक अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों से जनसंपर्क कर रहे हैं। उनकी समस्याएं सुन रहे हैं। इसी क्रम में राजस्थान के जोधपुर की ओसियां विधानसभा क्षेत्र के राईकोरिया गांव में एक पानी की टंकी के शिलान्यास कार्यक्रम में स्थानीय विधायक कांग्रेस की दिव्या मदेरणा ने जनता दरबार लगाया था। इसी दौरान एक किसान ने म्यूटेशन के एवज में क्षेत्र के पटवारी पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया। उसने कहा कि पटवारी कहता है कि रिश्वत का पैसा ऊपर तक विधायक तक पहुंचाना पड़ता है, इसलिए 5 हजार की जगह 10 हजार रुपए देने होंगे। इस बात पर विधायक दिव्या मदेरणा किसान पर ही विफर पड़ीं और उसके आरोपों को सिरे से नकार दिया। उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि पटवारी की मेरे नाम से रिश्वत मांगने की हिम्मत ही नहीं हो सकती और न ही मांग सकता है। विधायक ने किसान से सबूत मांगे। लेकिन किसान अपने आरोपों पर डटा रहा।
ये भी पढ़ें: AAP Jaipur Tiranga Yatra: CM Kejriwal ने किया कांग्रेस-बीजेपी पर वार, बोले – कीजिए थो
भाजपा ने मुद्दा लपकने में देर नहीं की
राजस्थान भाजपा ने इस मुद्दे को लपकने में बिल्कुल देर नहीं की। ओसिया से ही भाजपा के पूर्व विधायक भैराराम सियोल ने विधायक दिव्या मदेरणा पर निशाना साधते हुए कहा एक जनप्रतिनिधि, जिसे जनता ने वोट दिया है, उस जनता का काम नहीं होगा तो जनता शिकायत तो करेगी। लेकिन एक जनप्रतिनिधि को जनता से इस बेरुखी और घमंड से बात नहीं करनी चाहिए। लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि होती है। यदि आप जनता से सम्मान से पेश नहीं आओगे तो वो किसी भी जनप्रतिनिधि का घमंड तोड़ने में अपने मौके पर चूकती नहीं है। शिकायतकर्ता को चुप कराने से अच्छा होता कि पटवारी से दरबार में आमना-सामना करवाती।
ये भी पढ़ें: Rajasthan Vidhansabha Election 2023: AIMIM की राजस्थान में एंट्री से कांग्रेस की