Rajasthan News: उत्तर भारत में पर्यटन के प्रमुख केन्द्र माने जाने वाले राज्य राजस्थान की सूरत बदलने की तैयारी हो रही है। दरअसल सूबे की भजनलाल सरकार राजस्थान में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए खूब प्रयासरत है। इसी क्रम में आज उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने राजस्थान पर्यटन विभाग और फेडरेशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म ऑफ राजस्थान (HFTR) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राजस्थान डोमेस्टिक ट्रेवल मार्ट (RDTM) के चौथे संस्करण का उद्घाटन किया है। (Rajasthan News)
राजस्थान सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया है कि पर्यटन को लेकर राज्य सरकार बेहद गंभीर है और जल्दी ही नई पर्यटन नीति को लॉन्च किया जाएगा। दावा किया जा रहा है कि नई पर्यटन नीति के सहारे भजनलाल सरकार राजस्थान की सूरत बदलने की कोशिश करेगी और पर्यटन के क्षेत्र में निवेश को आकर्षित कर ज्यादा से ज्यादा टूरिस्टों का ध्यान राजस्थान की ओर खींचा जा सकेगा।
पर्यटन को मिलेगी रफ्तार
राजस्थान सरकार राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना पर काम कर रही है। इसी क्रम में जल्द ही नई पर्यटन नीति को लागू करने की बात कही गई है। नई पर्यटन नीति के तहत सरकार राजस्थान के इतिहास और ऐतिहासिक धरोहरों, धार्मिक स्थलों को और आकर्षक बनाकर टूरिस्टों को आकर्षित करेगी। सरकार की योजना है कि इन धरोहरों के मूल स्वरुप से खिलवाड़ किए बिना पर्यटन की आधुनिक सुविधाओं का विकास किया जाए। दावा किया जा रहा है कि राजस्थान सरकार के इस कदम से राज्य की सूरत बदलेगी और पर्यटन एक नई ऊंचाई को छू सकेगा।
कैसे बदलेगी राजस्थान की सूरत?
राजस्थान सरकार पर्यटन के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देगी। इसके तहत जयपुर में 9 से 11 दिसंबर तक आयोजित होने वाले ‘राइजिंग राजस्थान समिट’ के माध्यम से पर्यटन के क्षेत्र में अधिक से अधिक इन्वेस्टमेंट करने के लिए आह्वान किया जाएगा। इसके अलावा पर्यटन से सम्बंधित व्यावसायिक गतिविधियों के लिए ईज ऑफ बिजनेस को बढ़ावा दिया जाएगा ताकि अधिक से अधिक टूरिस्टों को आकर्षित किया जा सके।
राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी की ओर से स्पष्ट किया गया है कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सड़कों, रेल, हवाई सुविधाओं का भी विकास किया जाएगा जिसके बाद राज्य की सूरत बदली नजर आएगी। वहीं पर्यटन को रफ्तार मिलने से रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे जिससे राज्य के युवा व अन्य जरुरतमंद लोग लाभवान्वित हो सकेंगे।