Rajasthan Politics: साल के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी की तरफ से पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अब कमान संभाल ली है। पिछले सरकार के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की जांच को लेकर अनशन खत्म करने के बाद अब वो मैदान पर उतरे हैं। सचिन पायलट के मैदान में उतरने से राजस्थान के राजनीतिक गलियारे में भी हलचल तेज हो गई। बताया जा रहा है कि 17 अप्रैल से वह राजस्थान के अलग – अलग जगहों का तूफानी दौरा करने वाले हैं।
17 अप्रैल को पहले पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट जयपुर में जाएंगे और बाद वह झुंझुनू में भी एक कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे। इसके साथ – साथ विधानसभा चुनाव को लेकर वो कई जनसभाएं और रैलियां भी आने वाले कुछ दिनों में कर सकते हैं। पिछले बार शाहपुरा विधानसभा चुनाव में मिली हार की बाद यहां भी कांग्रेस ने अपना पकड़ बनाना शुरू कर दिया है। सचिन पायलट शाहपुरा और खेतड़ी में भी आने वाले दिनों में जनसभा करेंगे।
ये है उनका निर्धारित कार्यक्रम
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के कार्यक्रम के बारे में बताया जा रहा है कि 17 अप्रैल को पहले सुबह ही जयपुर के शाहपुरा में परमानन्द धाम खोरी में आयोजित एक कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे । इस कार्यक्रम के बाद ही वह झुंझुनू पहुचेंगे। झुंझुनू के कार्यक्रम को लेकर ये बताया जा रहा है कि यहां वह शहीद श्योराम के घर जाएंगे और उनके परिवार के लोगों से मुलाकात करेंगे। इसके साथ – साथ ये माना जा रहा है कि चुनाव के समय को ध्यान रखते हुए वह और भी तेजी से जनसभा और रैलियां करने वाले हैं।
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क्या है पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के इस दौरे के मायने
सचिन पायलट कुछ दिनों पहले बड़े ही तेजी के साथ किसानों के कई कार्यक्रम में शामिल हुए लेकिन उसके बाद में वो पिछली सरकार के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की जांच को लेकर अनशन पर बैठ गए। अब वह अनशन को खत्म करके फिर से काफी मजबूती के साथ राजस्थान के अलग – अलग राज्यों का दौरा करने वाले हैं। इसको लेकर ये कहा जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी एक बार फिर अपनी मजबूती से पकड़ बनने के सचिन पायलट को दौरा करने के लिए कह रही है। बता दें कि सचिन पायलट के द्वारा किए गए अनशन की असर कांग्रेस पार्टी के दिल्ली कार्यालय तक दिखा है।
उच्च पदाधिकारियों तक पहुंची पायलट की बात
सूत्रों की मानें तो पायलट के अनशन की जानकारी जब राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी रंधावा को लगी तो उन्होंने पार्टी के उच्च पदाधिकारियों से बात की और सचिन को दिल्ली पहुंचने के लिए कहा। दिल्ली पहुंचकर पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने महासचिव वेणुगोपाल से बात की और रंधावा से मुलाकात भी की। कुछ समय तक डिप्टी सीएम सचिन अपने द्वारा रखे गए मुद्दे से हटने को तैयार ही नहीं थे।
उन्होंने रंधावा के द्वारा इस मुलाकात के दौरान उनकी चेतावनी को भी दर किनार कर दिया। इसके बाद कांग्रेस पार्टी की तरफ से उनके ऊपर एक्शन लेने की बात भी कही गई लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। फिलहाल अभी पूर्व डिप्टी सीएमसचिन दिल्ली में ही हैं और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और केसी वेणुगोपोल से भी गुरुवार की देर रात उन्होंने मुलाकात की है। इस मुलाकात के दौरान पायलट ने अपने पक्ष को गंभीरता से रखा है।
मुख्यमंत्री बनने को लेकर तकरार
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच ये तकरार काफी समय से चली आ रही है। राजस्थान की राजनीति के बारे में ये बताया जाता है कि सचिन पायलट भी मुख्यमंत्री बनने के लिए काफी समय से चाह रख रहे हैं सीएम गहलोत की वजह से ही उन्हें मौका नहीं मिल रहा है। ऐसे में अब राजस्थान कांग्रेस पार्टी में ही दो गुट बना हुआ है।
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