Wednesday, October 23, 2024
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Kota suicide case: ‘आधे दिन पढ़ाई, आधे दिन होगी मौज-मस्ती’, क्या सुसाइड के बढ़ते मामलों को रोक पाएगा प्रशासन का ये फैसला

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Kota News: राजस्थान के कोटा में नहीं थम रहा सुसाइड का सिलसिला, रांची की रहने वाली छात्रा ने फंदे पर लटक कर दी जान

Kota News: राजस्थान के प्रमुख शहरों मे से एक, कोटा का जिक्र जब भी ज़हन में आता है तो लोगों का दिल दहल उठता है। बता दें कि कोटा में देश के अलग-अलग हिस्सों से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र आते हैं और आईआईटी और नीट जैसे परीक्षाओं की तैयारी करते हैं।

Kota Suicide Case: कोटा में नहीं थम रहे आत्महत्या के मामले, 2 अभ्यर्थियों के सुसाइड से मचा हड़कंप, कोचिंग सेंटरों में रूटीन टेस्ट पर...

Kota Suicide Case: राजस्थान का कोटा शहर एक बार फिर बुरी खबरों को लेकर सुर्खियों में है। रविवार को शहर में दो-दो छात्रों ने जान दे दी।

Kota suicide case: राजस्थान के कोटा में आत्महत्या (Kota suicide case) के बढ़ते मामलों को देखते हुए गठित समिति ने छात्रों को तनाव मुक्त करने के लिए निवारक उपाय सुझाए हैं। PTI की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने कहा कि बैठक की अध्यक्षता प्रमुख सचिव (उच्च और तकनीकी शिक्षा) भवानी सिंह देथा ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से की और इसमें कोचिंग संस्थानों और हॉस्टल एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

‘आधे दिन पढ़ाई, आधे दिन होगी मौज-मस्ती’

सोमवार को हुई इस बैठक में जो उपाय दिए गए उनमें आत्मघाती प्रवृत्ति वाले छात्रों की पहचान और मनोवैज्ञानिक परामर्श के लिए सप्ताह के एक दिन में ‘आधे दिन की पढ़ाई, आधे दिन की मौज-मस्ती’ शामिल है।

इसके अलावा, छात्रों पर पाठ्यक्रमों का बोझ कम करने के प्रयास में कोचिंग संस्थानों को विषय विशेषज्ञों की एक समिति बनाने के लिए कहा गया है। जबकि, संस्थानों को विशेषज्ञों द्वारा ऑनलाइन प्रेरक सत्र आयोजित करने और सभी छात्रों के लाभ के लिए इसे सोशल मीडिया पर अपलोड करने के भी सुझाव दिए गए हैं।

रूटीन टेस्ट पर अगले दो महीने तक रोक

अधिकारियों ने PTI को यह भी बताया कि बैठक में यह निर्णय लिया गया कि कोचिंग संस्थान हर बुधवार को ‘आधे दिन पढ़ाई, आधे दिन मौज-मस्ती’ का आयोजन किया जाएगा। उन्हें अगले दो महीनों के लिए NEET और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के नियमित परीक्षण आयोजित करने से रोकने के लिए भी कहा गया है।

छात्रों के लिए बनाया जाएगा अनुकूल माहौल

पत्रकारों से बात करते हुए, कोटा जिला कलेक्टर बुनकर ने कहा, “यह एक चिंताजनक स्थिति है क्योंकि इतने सारे छात्र आत्महत्या कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि बढ़ते आत्महत्या के मामलों को रोकने के लिए अल्पकालिक और दीर्घकालिक उपायों पर चर्चा के लिए प्रारंभिक बैठक आयोजित की गई थी।

बुनकर ने कहा कि बैठक में आत्महत्या के मामलों को रोकने के लिए तत्काल और दीर्घकालिक उपायों पर निर्णय से छात्रों को तनाव मुक्त करने और अनुकूल माहौल बनाने में मदद मिलेगी।

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Brijesh Chauhan
Brijesh Chauhanhttps://www.dnpindiahindi.in
बृजेश बीते 4 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। इन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में M.A की पढ़ाई की है। यह कई बड़े संस्थान में बतौर कांटेक्ट एडिटर के तौर पर काम कर चुके हैं। फिलहाल बृजेश DNP India में बतौर कांटेक्ट एडिटर पॉलिटिकल और स्पोर्ट्स डेस्क पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

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