Kota Suicide Case: कोचिंग फैक्ट्री कहे जाने वाले कोटा (Kota Suicide Case) में आत्महत्या के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। सरकार और प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी छात्र सुसाइड जैसे बड़ा कदम उठा रहे हैं। अब एक बार फिर कोटा में सुसाइड से हड़कंप मच गया है।
यहां बीते 24 घंटे के दौरान दो अभ्यर्थियों ने आत्महत्या कर ली। सुसाइड के इन दो मामलों के बाद इस साल आत्महत्या करने वालों छात्रों की संख्या 24 पहुंच चुकी है। यानी 2024 में अब तक 24 छात्र अपनी जान दे चुके हैं।
छात्रों ने रूटीन टेस्ट के बाद किया सुसाइड
बताया जा रहा है की रूटीन टेस्ट के कुछ ही घंटों बाद दोनों अभ्यर्थियों ने यह खौफनाक कदम उठाया। छात्रों की पहचान 18 वर्षीय आविष्कार शंबाजी कासले और दूसरे वर्ष के छात्र आदर्श राज (17 वर्षीय) के रूप में हुई है।
महाराष्ट्र के लातूर जिले का मूल निवासी और 12वीं कक्षा का छात्र अविष्कार तीन साल से कोटा में NEET UG की तैयारी कर रहा था। वह अपने नाना-नानी के साथ तलवंडी इलाके में एक किराए के कमरे में रह रहा था। वहीं, दूसरा छात्र आदर्श भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। वह अपने चचेरे भाइयों के साथ यहां रह रहा था।
परीक्षा में कम अंक मिलने का था डर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अविष्कार ने परीक्षा लिखने के कुछ मिनट बाद, लगभग 3.15 बजे कोचिंग संस्थान की छठी मंजिल से छलांग लगा दी। जबकि, कुछ घंटों बाद बिहार के मूल निवासी आदर्श राज ने शाम लगभग 7 बजे अपने किराए के फ्लैट में फांसी लगा ली। ऐसा माना जा रहा है की दोनों को परीक्षा में कम अंक मिलने का डर था और इसलिए दोनों ने यह कदम उठाया।
कोचिंग सेंटरों में रूटीन टेस्ट पर लगी रोक
पुलिस के मुताबिक, दोनों छात्रों के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। आगे की जांच जारी है और दोनों छात्रों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिए गए हैं। इस बीच, जिला कलेक्टर ओपी बुनकर ने रविवार को कोचिंग संस्थान को आगामी दो महीनों में कोई भी परीक्षा आयोजित नहीं करने के निर्देश जारी किए हैं।
उन्होंने संस्थान को कमरों के अंदर सभी पंखों में एंटी सुसाइड डिवाइस (Anti Suicide Device) लगाने के भी निर्देश दिए हैं।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।