PM Modis:कल बुधवार 31 मई 2023 PM Narendra Modi की रैली को लेकर एक बार फिर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे चर्चा में आ गई हैं। उनका रैली में मंच पर PM के साथ मंच पर होने मात्र ने राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर गर्मी पैदा कर दी। इस घटना से राजनीतिक जानकारों ने कयास लगाना शुरू कर दिया कि क्या भाजपा एक और कर्नाटक होने से बचने की कोशिश में है। इसलिए आगामी चुनावों में वसुंधरा को ही एक बार फिर चेहरा बनाकर लड़ सकती है। बता दें पीएम मोदी ने राजस्थान में पिछले कई दौरों में वसुंधरा राजे से दूरी बनाकर रखी है।
राजे का अब भी जबरदस्त प्रभाव
जानकारों का मानना है कि भाजपा के पास राजस्थान में कई कद्दावर नेता हैं। जिनमे केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, सीपी जोशी तथा राजेन्द्र राठौड़ शामिल हैं लेकिन भाजपा कर्नाटक की करारी हार के बाद अब राजस्थान पर कतई रिस्क लेने के मूड में नहीं है। इन सभी नेताओं के वाबजूद वसुंधरा अब भी राजस्थान की सबसे कद्दावर नेता हैं। उनकी राजनीतिक क्षमता को देखते हुए भाजपा केंद्रीय नेतृत्व उन्हें इतनी आसानी से साइड लाइन करने का जोखिम नही ले सकता।
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राजस्थान की येदियुरप्पा साबित होने का डर
बता दें कर्नाटक की करारी हार का मुख्य कारण भी भाजपा थिंक टैंक के सूत्रों से पूर्व सीएम येदियुरप्पा को पद से हटाने को माना जा रहा है। जिस तरह से भाजपा ने चुनावो से 2 साल पहले हटाया था। जिससे कर्नाटक के सबसे प्रभावशाली लिंगायत वर्ग में इस फ़ैसले को लेकर काफी नाराजगी थी। ठीक यही स्थिति भाजपा अब राजस्थान में नहीं लाना चाहती। इसका कौशल राजे 2013 के चुनावों में दिखाया था । जब उनकी अगुवाई में कांग्रेस को 21 सीटों तक सीमित कर दिया था।
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