Ramoji Rao: रामोजी ग्रुप के संस्थापक रामोजी राव का आज सुबह हैदराबाद, तेलंगाना में निधन हो गया। बता दें कि वह 87 वर्ष के थे। रामोजी राव का हैदराबाद के स्टार अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। उन्होंने सुबह 3:45 बजे आखिरी सांस ली। इसे लेकर नरेंद्र मोदी समेत कई वरिष्ठ नेता ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर दुख जताया। गौरतलब है कि उनको आइकॉनिक मीडिया बैरन और फिल्म मुगल भी कहा जाता है।
कौन थे रामोजी राव?
आपको बताते चले कि रामोजी राव का जन्म 16 नवंबर 1936 को आंध्र प्रदेश के कृष्ण जिले के पोरूपुडी गांव में हुआ था। वह एक किसान परिवार में जन्मे थे। हालांकि बाद में उन्होंने अपना एक साम्राज्य स्थापित किया। गौरतलब है कि रामोजी राव ने ही दुनिया के सबसे बडे़ थीम पार्क और फिल्म स्टूडियो रामोजी फिल्म सिटी की स्थापना की थी।
रामोजी राव की महान उपलब्धियां
●बता दें कि साल 2016 में रामोजी राव के कार्यों को लेकर उन्हें पद्म विभूषण से नवाजा गया था।
●रामोजी राव को मीडिया का मसीहा भी कहा जाता है। वह नाडु अखबार, टेलीविजन चैनलों का ईटीवी नेटवर्क और फिल्म निर्माण कंपनी उषा किरण मूवीज जैसी प्रमुख संस्थान के संस्थापक है।
●दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म स्टूडियों रामोजी फिल्म सिटी का निर्माण भी रामोजी राव ने ही कराया था।
●इसके अलावा रामोजी के अन्य बिजनेस वेंचर्स में मार्गदर्शी चिटफंड, डॉल्फिन ग्रुप ऑफ होटल्स, कालंजलि शॉपिंग मॉल, प्रिया पिकल्स और मयूरी फिल्म डिस्ट्रिब्यूटर्स शामिल है।
नरेंद्र मोदी ने जताया दुख
बता दें कि नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि
“श्री रामोजी राव गरू का निधन अत्यंत दुःखद है। वह एक दूरदर्शी व्यक्ति थे जिन्होंने भारतीय मीडिया में क्रांति ला दी। उनके समृद्ध योगदान ने पत्रकारिता और फिल्म जगत पर अमिट छाप छोड़ी है। अपने उल्लेखनीय प्रयासों से उन्होंने मीडिया और मनोरंजन जगत में नवाचार और उत्कृष्टता के नये मानक स्थापित किये।
रामोजी राव गरू भारत के विकास को लेकर बेहद भावुक थे। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे उनके साथ बातचीत करने और उनकी बुद्धिमत्ता से लाभ उठाने के कई अवसर मिले। इस कठिन समय में उनके परिवार, दोस्तों और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ऊं शांति”। गौरतलब है कि यह मीडिया और फिल्म जगत के लिए बड़ी क्षति है।