RapidX: देश की पहली रैपिड रेल परियोजना जल्द ही शुरू होने वाली है। अगले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस रैपिड रेल का उद्घाटन करेंगे और इसे जनता को समर्पित करेंगे। कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 21 अक्टूबर को PM मोदी इसका औपचारिक उद्घाटन कर सकते हैं।
ये भारत की पहली सेमी हाई स्पीड रेल परियोजना है, जो पश्चिमी यूपी के लिए गेम चेंजर साबित होगी। मेरठ और आसपास के क्षेत्रों को दिल्ली एनसीआर से जोड़ने में ये परियोजना अहम भूमिका निभाएगी। 82 किमी के इस पूरे कॉरिडोर का काम 2025 तक पूरा होने का लक्ष्य रखा गया है।
मिलेंगे कई अत्याधुनिक सुविधाएं
देश की पहली रीजनल रेल सेवा (रैपिड एक्स) में यात्रियों का कई तरह की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इनमें यात्रा को आरामदायक और यादगार बनाने के लिए कुशन वाली सीटें, ग्रैब हैंडल, सामान रैक, डिवाइस चार्जिंग पॉइंट और ऑटो लाइट कंट्रोल जैसी कई यात्री-केंद्रित सुविधाएं दी गई हैं। इतना ही नहीं रैपिड एक्स में एक प्रीमियम कोच भी होगा, जिसमें यात्रियों को अटेंडेंट की सुविधा भी मिलेगी। यह निर्णय नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NCRTC) ने यात्रियों की सुविधा के लिए लिया है।
यात्रियों को जानकारी देंगे अटेंडेंट
अटेंडेंट यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त प्रीमियम कोच की हर खूबी के बारे में बताने के साथ ही उनके सुरक्षित सफर में अहम भूमिका निभाएगा। ट्रेन अटेंडेंट के अलावा पूरी ट्रेन में रैपिड रेल चलाने के लिए ऑपरेटर होगा। यात्रा संबंधी निर्देशों के साथ सुरक्षा उपकरणों से संबंधित जानकारी भी ट्रेन अटेंडेंट की ओर से दी जाएंगी। प्रीमियम कोच में आरामदायक घूमनेवाली सीटें, मोबाइल व लैपटॉप चार्जिंग पोर्ट, सामान रखने की रैक, मैगजीन होल्डर सहित अन्य आधुनिक सुविधाएं होंगी।
बुजुर्ग-दिव्यांग यात्रियों को मिलेगी ये सुविधा
रैपिड एक्स ट्रेन में अटेंडेंट की सुविधा होने से सबसे ज्यादा राहत बुजुर्गों, दिव्यांगों, बीमारों और अन्य जरूरतमंद यात्रियों को विशेष रूप से मिलेगी। अटेंडेंट की ओर से ऐसे यात्रियों की आवश्यकताओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा। अगर किसी यात्री को सामान उठाने और रखने में परेशानी का सामना करना पड़ता है तो वह उसकी मदद करेगा। किसी आपात स्थिति में वह पूरी ट्रेन में सवार अन्य यात्रियों की मदद भी करेगा।
180 KM की रफ्तार से दौड़ेगी रैपिड रेल
बता दें कि रैपिड रेल रूट के शुरुआती चरण में पांच स्टेशन होंगे। इनमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर और दुहाई शामिल हैं। 180 किमी/घंटा की गति से चलने वाली रैपिड रेल इस विशेष रेलवे मार्ग पर देश की सबसे तेज ट्रेन सेवा होगी। दिल्ली से मेरठ रूट पर कुल तीस रैपिड ट्रेनें चलनी हैं, लेकिन अभी सिर्फ तेरह ही चलेंगी। दिसंबर 2025 तक दिल्ली से मेरठ तक बन रहा आरआरटीएस प्रोजेक्ट पूरा होने की उम्मीद है।
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