RBI Monetary Policy: EMI (Equated Monthly Instalment) पर आरबीआई ने कोरोड़ों लोगों को बड़ी राहत दी है। इस बार भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। यानी रेपो रेट 6.5 प्रतिशत पर बना रहेगा। RBI के इस फैसले से लोगों को काफी रहत मिलगी। इससे लोगों पर अतिरिक्त बोझ भी नहीं पड़ेगा और कर्ज लेना भी महंगा नहीं होगा। इसके साथ ही RBI ने नई मौद्रिक नीति का भी ऐलान कर दिया है।
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मंहगाई को देखते हुए RBI ने लिया फैसला
ये सभी फैसले 6 से 8 जून तक चली RBI की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में लिए गए। गुरुवार को RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने MCP के बैठक के फैसलों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बैठक में बढ़ती मंहगाई सहित कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में विपरीत वैश्विक परिस्थियों से निपटने पर भी विचार किया गया। लगातार बढ़ रही मंहगाई को देखते हुए RBI ने इस बार रेपो रेट न बढ़ाने का फैसला लिया है। जो 6.5 प्रतिशत पर ही रहेगा। इससे लोगों पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा।
EMI पर मिलेगी राहत
RBI के इस फैसले का सबसे ज्यादा असर EMI पर पड़ेगा। RBI के रेपो रेट न बढ़ाने के चलते बैंक ब्याज दरों में कमी आएगी। इससे पहले अप्रैल में हुई बैठक में भी RBI ने रेपो रेट नहीं बढ़ाया था। जिसके बाद कई बैंकों ने ब्याज दरों कटौती की थी। अब एक बार फिर रेपो रेट में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। ऐसे में बैंक ब्याज दरों में फिर गिरावट देखने को मिल सकती है। इससे EMI और सस्ती हो जाएगी। वहीं, आने वाले दिनों में कार लोन और होम लोन की ब्याज दरें कम हो सकती हैं।
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