Republic Day 2023: आज देश के 74 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर देश के सभी राज्यों की मिली जुली संस्कृति के रुप में झांकी की झलक दिखाई गई। हर राज्य ने अपनी तरफ से एक विशेष थीम पर अपने राज्य की झांकी को दिल्ली की गणतंत्र दिवस की परेड हेतु झांकियों को भेजता है। इस झांकी के जरिए हर राज्य अपने राज्य की सांस्कृतिक पहचान तथा उसके समृद्ध विकास की झलक देश के सामने दिखाता है। ऐसे ही इस बार के गणतंत्र दिवस की परेड पर उत्तराखंड की झांकी ने कर्तव्य पथ परेड में शामिल होकर दर्शकोंं में धमाल मचा दिया। झांकी में नेशनल कॉर्बेट पार्क और जागेश्वर धाम जैसी राज्य की दो सुप्रसिद्ध प्राकृतिक तथा सांस्कृतिक धरोहरों को दर्शाया है।
जानें इस बार की झांकी का आकर्षण
उत्तराखंड सरकार ने इस बार की परेड में शामिल होने के लिए राज्य की झांकी में एक तो प्राचीन जागेश्वर धाम को और दूसरी नेशनल कॉर्बेट पार्क को दर्शाने के लिए भेजा है।
जागेश्वर धाम के मंदिर
जहां तक कि बात करें प्राचीन जागेश्वर धाम के मंदिरों की, तो इनके बारे में कहा जाता है कि इन मंदिरों का निर्माण अल्मोड़ा जिले के जागेश्वर धाम में गुप्त साम्राज्य के काल में हुआ था। जो सदियों से स्थित हैं। ये लगभग 250 छोटे बड़े मंदिरों की श्रृखला हैं और अगर बात करें पूरे अल्मोड़ा जिले की तो करीब 400 मंदिर होंगे। इन मंदिरों के बारे में पुराणों में बताया गया है कि शिवजी और सप्तऋषियों ने तप किया था। लोग बड़ी संख्या में अपनी मन्नतें पूरी होने के विश्वास में यहां आते हैं।
कॉर्वेट नेशनल पार्क
इसी तरह झांकी का दूसरा आकर्षण उत्तराखंड का विश्व प्रसिद्ध कॉर्वेट नेशनल पार्क है। यह पार्क देश का सबसे पुराना राष्ट्रीय पार्क है। जिसे 1936 में देश से लुप्त हो रहे रॉयल बंगाल टाइगर को बचाने के लिए तैयार किया था। यह पार्क नैनीताल के रामनगर के पास स्थित है। चूंकि जिम कॉर्वेट ने बाघों को बचाने में योगदान दिया था। इसलिए इस पार्क का नाम उनके ही नाम पर रख दिया था।
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