Retail Inflation: उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) द्वारा मापी गई भारत की खुदरा मुद्रास्फीति अगस्त 2024 में गिरकर 3.65% हो गई, जो अगस्त 2023 में 6.83% थी। गुरुवार, 12 सितंबर, 2024 को जारी यह डेटा एक संयुक्त आंकड़े को दर्शाता है। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए, हालांकि Retail Inflation जुलाई 2024 के 3.54% से 110 आधार अंक थोड़ी बढ़ गई है। बता दें कि आरबीआई ने खुदरा महंगाई दर 4 प्रतिशत से नीचे रहने का अनुमान जताया है।
अगस्त 2024 में Retail Inflation दर 3.65 प्रतिशत
लगभग पांच वर्षों में यह दूसरी बार है कि जब खुदरा महंगाई दर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 4% लक्ष्य से नीचे आ गई है। आरबीआई का लक्ष्य मुद्रास्फीति को 2-6% के दायरे में बनाए रखना है, जिसका केंद्रीय लक्ष्य 4% है। आखिरी बार यह लक्ष्य जुलाई 2024 में हासिल किया गया था। शहरी क्षेत्रों में, खुदरा मुद्रास्फीति अगस्त 2024 में गिरकर 3.14% हो गई, जो अगस्त 2023 में 6.59% से तेज गिरावट है। ग्रामीण क्षेत्रों में अगस्त 2024 में मुद्रास्फीति घटकर 4.16% हो गई, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह 7.02% थी।
खाद्य महंगाई दर में आई गिरावट
खुदरा महंगाई दर में गिरावट की बड़ी वजह खाद्य महंगाई दर में गिरावट है। अगस्त में खाद्य महंगाई दर 5.66 फीसदी रही है जो कि जुलाई 2024 में5.42 फीसदी पर रही थी। बता दें कि जुलाई के मुकाबले अगस्त में खाद्य महंगाई दर में मामूली बढ़ोतरी आई है। वहीं अगर पिछले साल की तुलना करें तो खाद्य महंगाई दर अगस्त 2023 में 9.93 फीसदी रही थी।
इन राज्यों में खुदरा महंगाई दर सबसे ज्यादा
अगस्त 2024 में बिहार में सभी राज्यों में सबसे अधिक संयुक्त मुद्रास्फीति 6.62% रही, इसके बाद ओडिशा में 5.63% और असम में 5.03% रही। दूसरी ओर, तेलंगाना में संयुक्त मुद्रास्फीति सबसे कम 2.02% थी, इसके बाद उत्तराखंड में 2.37% और दिल्ली में 2.52% थी।