S. Jaishankar: भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर, युगांडा में गुटनिरपेक्ष आंदोलन (एनएएम) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद नाइजीरिया (Nigeria) पहुंचे हैं। बीते दिन उन्होंने वहां नाइजीरियाई इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स (एनआईआईए) को संबोधित करते हुए अहम टिप्पणी की है। एस जयशंकर ने व्यापार व वैश्विकरण को लेकर अपना मत स्पष्ट किया है और साथ ही भारतीय परंपरा, संस्कृति और इतिहास को लेकर अहम बात कही है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर (S. Jaishankar) की ओर से स्पष्ट किया गया कि मुद्रा, व्यापार और पर्यटन प्रमुख रुप से वैश्वीकरण के मजबूत हथियार हैं। उन्होंने भारत अब वैश्विकरण के समक्ष आने वाली सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है।
S. Jaishankar की अहम टिप्पणी
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (S. Jaishankar) ने नाइजीरियाई इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स (एनआईआईए) को संबोधित करते हुए कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर अहम टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि “मुद्रा, व्यापार और पर्यटन के जरिये वैश्वीकरण को धार दिया जा रहा है जिसके नकारात्मक पक्ष भी हैं।”
एस जयशंकर ने नाइजीरिया (Nigeria) की धरती से स्पष्ट किया कि वैश्वीकरण के इस फैक्टर में प्रमुख देश हावी होते हो सकते हैं। हालाकि इस चुनौती से निपटना हम अच्छी तरह से जानते हैं।
Nigeria में गरजे S. Jaishankar
विदेश मंत्री एस जयशंकर (S. Jaishankar) ने नाइजीरिया (Nigeria) की धरा से कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि “भारत को आज भी अपनी परंपराओं, संस्कृति और इतिहास पर गर्व है। हम उन राष्ट्रों में शामिल हैं जो कि आधुनिक राष्ट्र के तौर पर आज अस्तित्व में हैं।”
विदेश मंत्री ने इस दौरान भारत को दुनिया की सबसे तेजी से विकसित होती हुई अर्थव्यवस्था भी करार दिया और साथ ही नाइजीरिया समेत सम्मेलन में जुटे अन्य देशों को भारत में निवेश के लिए भी आमंत्रित किया।
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