Sanjauli Masjid Controversy: हिमाचल प्रदेश से इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है। हिमाचल के शिमला शहर में स्थित संजौली नामक स्थान पर स्थित मस्जिद से जुड़े विवाद को लेकर दूसरे पक्ष के लोग जमकर विरोध कर रहे हैं। विरोध का आलम इस कदर है कि हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर गए हैं और जमकर नारेबाजी कर रहे हैं।
प्रदर्शन में शामिल हुए लोगों का आरोप है कि मस्जिद के दो मंजिलें अवैध हैं और ऐसे में इन्हें तत्काल रूप से तोड़ा जाए। मामले की गंभीरता को देखते हुए संजौली के साथ आस-पास के इलाकों में भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है जिससे कि प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण पाया जा सके। (Sanjauli Masjid Controversy)
शिमला में जुटा लोगों का हुजूम
शिमला के अलग-अलग हिस्सों में आज सड़कों पर लोगों का हुजूम जुटा पड़ा है। समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारियों की इस भीड़ में भाजपा कार्यकर्ता, हिंदू संगठन और स्थानीय लोग शामिल हैं। ये सभी लोग संजौली मस्जिद के कथित अवैध निर्माण के खिलाफ शिमला में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
शिमला से इतर संजौली मस्जिद के बाहर भी हजारों की संख्या में भीड़ पहुंचने की खबर है। इस भीड़ में बुजुर्ग, महिलाएं और युवाओं को देखा जा सकता है जो कि संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं।
हिमाचल सरकार का स्टैंड
शिमला के संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर हो रहे प्रदर्शन पर हिमाचल सरकार बेहद गंभीर है। हिमाचल प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह का कहना है कि ”जहां तक ढांचागत अवैधता का सवाल है तो सरकार इस पर कार्रवाई कर रही है। यह मामला विचाराधीन है और शिमला नगर निगम आयुक्त का है। अगर मस्जिद का निर्माण अवैध है तो इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अप्रवासी भी हिमाचल के लोगों के लिए चिंता का विषय हैं।”
विक्रमादित्य सिंह का कहना है कि “सीएम ने डीजीपी और एसपी को किसी भी तरह की अप्रिय गतिविधि को रोकने के लिए सख्त आदेश दिए हैं। हमें यह भी ध्यान रखना होगा कि किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचे। इसमें कोई संदेह नहीं है कि कांग्रेस सरकार ने यहां के मंदिरों के रखरखाव और पुनर्निर्माण के लिए करोड़ों रुपये दिए हैं, लेकिन हमारे लिए राज्य और सभी में संतुलन बनाए रखना भी बहुत महत्वपूर्ण है, चाहें वे हिंदू हों, ईसाई हों, मुस्लिम हों, बौद्ध हों या अल्पसंख्यक हों।”