Shanti Bhushan: पूर्व कानून मंत्री और वकील शांति भूषण का मंगलवार को निधन हो गया । कानून मंत्री ने अपने दिल्ली स्थित आवास पर आखिरी सांस ली । वकील शांति भूषण 97 साल के थे और काफी समय से बीमार चल रहे थे । आपको बता दें कि शांति भूषण ने इलाहाबाद का प्रसिद्ध मामला राजनारायण की पैरवी की थी ।
राजनेता और सफल वकील में होती है गिनती
शांति भूषण देश बड़े वकील के साथ के पूर्व कानून मंत्री रह चुके थे। कानूनी मुद्दे पर उनकी पकड़ भी काफी अच्छी थी। पूर्व प्रधानमंत्री मोरार जी देसाई की सरकार में उन्हे कानून मंत्री बनाया गया था। कुछ समय तक वह भारतीय जनता पार्टी में भी रहे लेकिन एक बार चुनावी याचिका पर उनकी बात नहीं मानी गई, तब उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था ।
लोगों की समस्या को गंभीरता से करते थे हल
पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण भले ही आज हमारे बीच नहीं लेकिन उनके द्वारा किए हुए नेक काम कोई नहीं भूल सकता । आपको बता दें कि शांति भूषण भले ही मंत्री थे लेकिन लोगों की समस्या को बड़े ही गंभीरता से सुनते थे । अपने राजनीति के आखिर समय में वह अन्ना आंदोलन से भी जुड़े दिखें ।
ये भी पढ़ें: एशिया के सबसे अमीर GAUTAM ADANI पर HINDENBURG RESEARCH ने फोड़ा धोखाधड़ी का बम, जानें क्या है पूरा मामला
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को दी थी चुनौती
पूर्व कानून मंत्री के द्वारा Centre for Public Interest Litigation की शुरुआत की गई थी । साल 2018 में उन्होंने मास्टर ऑफ रोस्टर में बदलाव करने की मांग भी रखी थी । वह अपने साफ व्यक्तित्व के लिए जाने जाते थे। बताया जाता है कि कानून मंत्री शांति भूषण ने एक बार पूर्व प्रधानमंत्री और आयरन लेडी इंद्रा गांधी को भी चुनौती दे डाली थी । यह वही मामला था जिसमें आयरन लेडी की हार हुई थी और पीएम की कुर्सी भी छोड़ना पड़ा था । उस समय वकील शांति भूषण की चर्चा पूरे देश में तेज हो गई थी।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।