Friday, November 22, 2024
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Sharad Yadav: नीतीश कुमार के कभी करीबी रहे और बिहार की राजनीति का बड़ा चेहरा शरद यादव का निधन, 75 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

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शरद यादव का हुआ निधन

पूर्व मंत्री की तबीयत बिगड़ती जा रही थी और उन्हें गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

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शरद यादव का राजनैतिक करियर

शरद यादव ने 1999 और 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विभिन्न विभागों को संभाला था। 2003 में शरद यादव जनता दल यूनाइटेड जद के अध्यक्ष बने थे। शरद यादव एक समय नीतीश कुमार के बेहद करीब थे। 2004 के लोकसभा चुनाव में हारने के बाद नीतीश कुमार ने उन्हें राज्यसभा सीट दिलवाने में मदद की थी।2009 में, शरद यादव फिर से मधेपुरा से लोकसभा के लिए चुने गए। लेकिन 2014 के आम चुनावों में जेडीयू की हार के बाद शरद यादव और नीतीश कुमार के साथ संबंधों में खटास आ गई।

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नीतीश कुमार से ऐसे हुए अलग

2017 के बिहार विधानसभा चुनावों में जब नीतीश कुमार के नेतृत्व में जेडीयू ने भाजपा के साथ गठबंधन किया, तो शरद यादव ने उनका साथ देने इनकार कर दिया। इस तरह वह पार्टी से अलग हो गए। बाद में शरद यादव ने नीतीश कुमार से नाता तोड़ लिया और 2018 में अपनी पार्टी, लोकतांत्रिक जनता दल एलजेडी की स्थापना की। इसके बाद वह लालू की पार्टी आरजेडी के सहयोगी बन गए।

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Aarohi
Aarohihttps://www.dnpindiahindi.in/
आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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