Monday, December 23, 2024
Homeख़ास खबरेंअटकलों में विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग, जानें बिहार-आंध्र प्रदेश...

अटकलों में विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग, जानें बिहार-आंध्र प्रदेश के लिए केन्द्र के समक्ष क्या है विकल्प?

Date:

Related stories

Nalanda Viral Video: 2 बच्चों के बाद पति का अवैध संबंध सुन भड़की पत्नी! गाली-गलौज के साथ सड़क पर किया हाई वोल्टेज ड्रामा; देखें

Nalanda Viral Video: पर्यटन के दृष्टिकोण से बेहद अहम माने जाने वाले नालंदा जिले से एक वीडियो सामने आया है। नालंदा जिसे से जुड़े वायरल वीडियो (Nalanda Viral Video) में एक कपल को सड़क पर हाई-वोल्टेज ड्रामा करते देखा जा रहा है।

Pawan Kalyan: आंध्र प्रदेश में पर्यटन को रफ्तार देने की तैयारी में JSP चीफ! दिल्ली में कई मंत्रियों से मुलाकात कर की चर्चा

Pawan Kalyan: देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों में पर्यटन का विशेष महत्व है। पर्यटन क्षेत्र से राज्यों को भारी-भरकम राजस्व की प्राप्ति होती है। इसकी मदद से राज्य विकास के अन्य कार्यों को अंजाम देते हैं।

मुश्किलों में Pappu Yadav! Lawrence Bishnoi प्रकरण के बीच पत्नी Ranjeet Ranjan ने छोड़ा साथ, क्या कर पाएंगे चुनौतियों का सामना?

Pappu Yadav: मुंबई में 12 अक्टूबर की शाम बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) की हत्या के बाद लॉरेंस बिश्नोई का नाम तेजी से सुर्खियों में आया। रिपोर्ट्स के मुताबिक लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi) ने बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की जिम्मेदारी ली।

Pappu Yadav को Lawrence Bishnoi गैंग ने Salman Khan मामले से दूर रहने की दी हिदायत! धमकी पर Purnia MP ने DGP से लगाई...

Pappu Yadav: बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव जीत कर सदन पहुंचे राजेश रंजन (Rajesh Ranjan) उर्फ पप्पू यादव का नाम तेजी से सुर्खियों में है। दरअसल पप्पू यादव (Pappu Yadav) के पास लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) गैंग की ओर से धमकी भरा कॉल आने की खबर सामने आई है।

Special Status for States: बिहार और आंध्र प्रदेश वो राज्य हैं जिन्हें विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए लंबे अरसो से मांग की जा रही है। वर्ष 2024 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार बनने के बाद ये मांग और तेज हो गई है क्यों कि बिहार व आंध्र प्रदेश की प्रमुख सत्तारुढ़ दल जेडीयू व टीडीपी गठबंधन के सहयोगी हैं। दावा किया जा रहा है कि इन्ही कारणों से अब इन दोनों राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए अटकलों का बाजार गरम है।

बिहार व आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग के बीच ही केन्द्र सरकार ने चुप्पी साध रखी है और इस विषय पर कोई प्रतिक्रिया देने से परहेज किया जा रहा है। ऐसे में आइए हम आपको बताते हैं कि बिहार-आंध्र प्रदेश के लिए केन्द्र के समक्ष क्या विकल्प बचे हैं।

विशेष श्रेणी राज्य के लिए क्या है नियम?

केन्द्र सरकार की ओर से राज्यों को दिए जाने वाले विशेष राज्य के दर्जे को लेकर बने वित्त योजना आयोग का आस्तित्व संकट में है। सरकार ने 13वें योजना आयोग को अगस्त 2014 में भंग कर दिया गया था और 14वें वित्त आयोग की रिपोर्ट के अनुसार विशेष और सामान्य श्रेणियों के अंतर्गत आने वाले राज्यों के बीच अंतर नहीं है।

ऐसे में अब विशेष राज्य का दर्जा देने पर कानूनी अड़चन का सामना करना पड़ सकता है।

केन्द्र के समक्ष क्या हैं विकल्प?

राज्यों को विशेष दर्जा देने की मांग के बीच अब केन्द्र चाहे तो राज्यों को विशेष पैकेज के रूप में धनराशि दे सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह केन्द्र का एक राजनीतिक निर्णय हो सकेगा और राज्य विशेष पैकेज का लाभ उठा कर विकास से जुड़े तमाम कार्यों को आसानी से संपन्न करा सकेंगे।

विशेष राज्य का दर्जा देने के राजनीतिक असर?

वर्तमान में केन्द्र की सरकार गठबंधन की दो प्रमुख पार्टियों के सहारे मजबूती से चल रही है। इसमें आंध्र प्रदेश की सत्तारुढ़ दल तेलगू देशम पार्टी (TDP) व बिहार की सत्तारुढ़ दल जनता दल यूनीइटेड (JDU) है। इन दोनों पार्टियों के पास 28 लोकसभा सांसद हैं जो कि सरकार चलाने के लिए बेहद अहम साबित हो रहे हैं। ऐसे में अगर आंध्र प्रदेश व बिहार के लिए उनके मनचाहे विशेष राज्य का दर्जा की मांग नहीं पूरी होती है संभव है कि आने वाले समय में देश की राजनीति पर इसका असर पड़ सकता है और सरकार प्रभावित हो सकती है।

क्या है विशेष राज्य का दर्जा?

केन्द्र सरकार की ओर से उन राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाता है जहां पहाड़ी और दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों वाले क्षेत्र हों या कम जनसंख्या घनत्व या पर्याप्त जनजातीय आबादी वाले क्षेत्र हों। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से लगने वाला एक रणनीतिक स्थान या वित्तीय स्थिति ठीक नहीं होने की दशा में भी राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा देकर उन्हें अत्याधिक आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है।

Gaurav Dixit
Gaurav Dixithttp://www.dnpindiahindi.in
गौरव दीक्षित पत्रकारिता जगत के उभरते हुए चेहरा हैं। उन्होनें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है। गौरव राजनीति, ऑटो और टेक संबंघी विषयों पर लिखने में रुची रखते हैं। गौरव पिछले दो वर्षों के दौरान कई प्रतिष्ठीत संस्थानों में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में DNP के साथ कार्यरत हैं।

Latest stories