Statue of Unity: लौह पुरुष के नाम से अपनी अमिट छाप छोड़ चुके देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती 31 अक्टूबर यानी आगामी कल मनाई जाएगी। सरदार पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात (Gujarat) के नडियाद में हुआ था और उन्होंने अपने कुशलता की बदौलत भारत की सियासत में अपना रसूख बरकरार रखा। कहते हैं ना लोग चले जाते हैं लेकिन दिलो-दिमाग में उनकी यादों का सैलाब भरा ही रहता है।
अच्छी शख्सियत को देशवासी सदैव याद रखते हैं। यही वजह है कि सरदार पटेल आज भी हमारी स्मृतियों में अमर हैं और उनके सम्मान भाव में गुजरात में एक स्मारक (Statue of Unity) का निर्माण कराकर उन्हें सच्चा श्रद्धा-सुमन अर्पित किया गया। हालांकि स्टेच्यू ऑफ यूनिटी नित नए कीर्तिमान गढ़ रहा है और कमाई के मामले में सरदार पटेल के स्मारक ने आगरा (Agra) में स्थित ताज महल (Taj Mahal) को भी पीछे छोड़ा है। ऐसे में आइए हम आपको आंकड़ों के साथ बताते हैं कि स्टेच्यू ऑफ यूनिटी कैसे देश के चर्चित पर्यटन स्थलों में से एक बनता जा रहा है।
Statue of Unity से प्राप्त राजस्व
गुजरात राज्य के केवडिया में स्थित स्टेच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity) स्मारक को देखने लाखों की संख्या में पर्यटक हर वर्ष पहुंचते हैं। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक वर्ष आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 31 अक्टूबर 2022 से 31 अक्टूबर 2023 तक 50 लाख से अधिक पर्यटकों ने केवडिया के एकतानगर में स्थित इस स्मारक का दौर किया है।
इस दौरान टिकट बिक्री से अक्टूबर 2023 तक 400 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ है जो कि ताजमहल, लाल किला, कुतुब मिनार या अन्य ऐतिहासिक धरोहरों की तुलना में कहीं अधिक है। वर्ष 2024 की बात करें तो आय का आंकड़ा 31 अक्टूबर के बाद प्रकाश में आने की संभावना है जिससे इस पर्यटन स्थल को इस वर्ष हुए आय के बारे में जानकारी मिल सकेगी।
Agra में स्थित Taj Mahal से कितनी हुई कमाई?
यूपी के (Agra) आगरा जिले में स्थित ऐतिहासिक इमारतों में से एक ताजमहल (Taj Mahal) भी राजस्व के मामले में कहीं आगे है। स्टेच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity) से तुलनात्मक आंकड़ों की बात करें तो वर्ष 2022-23 में ताजमहल से 81.89 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ था जो कि सरदार पटेल के स्मारक से कम है। इसकी जानकारी Archaeological Survey of India (ASI) के हवाले से दी गई थी। ताजमहल से वर्ष 2019-20 में 106.83 करोड़ रुपए का राजस्व भी प्राप्त हो चुका है जो कि एक बड़ा कीर्तिमान है।
Qutub Minar, Agra Fort समेत अन्य ऐतिहासिक धरोहरों से हुई कमाई का आंकड़ा
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी और ताज महल के अलावा भारत के विभिन्न हिस्सों में सैंकड़ों की संख्या में धरोहर हैं जिनसे अच्छे राजस्व की प्राप्ति होती है। कुतुब मिनार (Qutub Minar) की बात करें तो इस धरोहर से वर्ष 2023 में 12.97 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था। बता दें कि कुतुब मिनार के निर्माण की शुरुआत कुतुबुद्दीन ऐबक ने की थी जिसे बाद में इल्तुतमिश द्वारा पूर्ण कराया गया था।
कुतुब मिनार के बाद दिल्ली में स्थित लाल किला (Red Fort) से वर्ष 2023 में 12.88 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था। वहीं आगरा फोर्ट (Agra Fort) से 2022-23 में 15.32 करोड़ रुपए का राजस्व, कनॉट प्लेस (CP) से 48 लाख रुपए और दिल्ली गेट से 31 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ था। सदन रहे कि राजस्व प्राप्ति के ये आंकड़े वर्ष 2022-23 के हैं।