Monday, November 25, 2024
Homeख़ास खबरेंArticle 370: 'जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने का फैसला स्थायी नहीं',...

Article 370: ‘जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने का फैसला स्थायी नहीं’, पूर्ण राज्य का दर्जा हो सकता है बहाल!

Date:

Related stories

DMK Map Controversy: Pakistan को सौंपे गए J&K के हिस्से! सनातन को लेकर विवादों में रही MK Stalin की पार्टी पर गंभीर आरोप

DMK Map Controversy: वर्ष 2023 के दौर में तमिलनाडु (Tamil Nadu) की सत्तारुढ़ दल द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) खूब सुर्खियों में रही थी। इस दौरान पार्टी के नेता व CM MK Stalin के पुत्र (वर्तमान डिप्टी सीएम) उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) पर सनातन धर्म (Sanatana Dharma) को चोट पहुंचाने व आस्था को ठेस पहुंचाने के आरोप लगे थे।

Article 370: अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के विरोध में दायर याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई लगातार जारी है। आज भी इस मामले पर SC में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केंद्र सरकार से जवाब मांग कि जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा कब दिया जाएगा ? जिस पर केंद्र सरकार ने कोर्ट ने बड़ी बात कही।

‘केंद्र शासित प्रदेश बनाने का फैसला स्थायी नहीं’

केंद्र की ओर से कोर्ट में पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता का कहा कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर को लेकर अपना फैसला बदल सकती है। उन्होंने कहा कि हालात बेहतर होने पर जम्मू-कश्मीर फिर से पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश बना रहेगा।

कोर्ट द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने का फैसला स्थायी नहीं है। स्थिति सामान्य होने पर सरकार पूर्ण राज्य का दर्जा वापस बहाल कर सकती है।”

कोर्ट ने पूछा- कब होंगे जम्मू-कश्मीर में चुनाव

सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केंद्र सरकार से जम्मू-कश्मीर में आम चुनावों पर भी सवाल पूछा। कोर्ट ने मेहता से पूछा कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव कब होंगे ? वे जानना चाहते हैं कि क्या सरकार ने इसके लिए कोई योजना तैयार की है ? कोर्ट ने यह भी पूछा की केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर को एक राज्य से केंद्र शासित प्रदेश में कैसे बदलेगी और यह कब तक होगा ? कोर्ट ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है क्योंकि वे चाहते हैं कि वहां लोकतंत्र बहाल हो।

युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित कर रही सरकार

इन सवालों के जवाब में मेहता ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में 2020 में हुए जिला विकास परिषद के चुनाव काफी महत्वपूर्ण थे। यह चुनाव विशेष था क्योंकि अनुच्छेद 370 (Article 370) हटने के बाद यह वहां पर पहला चुनाव था। इस बदलाव से पहले जम्मू-कश्मीर में विरोध प्रदर्शन और स्कूल बंद होने जैसी कई समस्याएं थीं। लेकिन, अब हालात बेहतर हो गए हैं और वहां शांति है।

मेहता ने बताया कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए एक योजना पर काम कर रही है कि कैसे वहां के युवाओं को फैसलों में शामिल किया जाए और चीजों को चलाने में उनकी आवाज सुनी जाए।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM  और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Brijesh Chauhan
Brijesh Chauhanhttps://www.dnpindiahindi.in
बृजेश बीते 4 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। इन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में M.A की पढ़ाई की है। यह कई बड़े संस्थान में बतौर कांटेक्ट एडिटर के तौर पर काम कर चुके हैं। फिलहाल बृजेश DNP India में बतौर कांटेक्ट एडिटर पॉलिटिकल और स्पोर्ट्स डेस्क पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

Latest stories