Tirupati Laddu Controversy: आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले के पहाड़ी शहर तिरुमला में स्थित वेंकटेश्वर मन्दिर (तिरूपति बालाजी मंदिर) में भक्तों को मिलने वाले प्रसाद (लड्डू) में मिलावट से जुड़ी खबर को लेकर सियासी पारा चढ़ता नजर आ रहा है। राज्य की वर्तमान सत्तारुढ़ दल तेलुगू देशम पार्टी (TDP) इस पूरे प्रकरण में युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (YSRCP) की भूमिका को लेकर बड़ा दावा कर रही है। इसी बीच YSRCP चीफ और सूबे के पूर्व सीएम Jagan Mohan Reddy का अहम बयान सामने आया है। उन्होंने तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट वाले आरोपों को लेकर मुख्यमंत्री Chandrababu Naidu पर जमकर निशाना साधा है। (Tirupati Laddu Controversy)
Jagan Mohan Reddy का करारा प्रहार
तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलने का दावा करने वाले आरोपों पर पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी की प्रतिक्रिया सामने आई है। उनका कहना है कि “ये दावा पूरी तरह से भ्रामक है और भगवान का इस्तेमाल राजनीति के लिए किया जा रहा है।” YSRCP चीफ का कहना है कि “सीएम नायडू के 100 दिन के कार्यकाल को लेकर आंध्र प्रदेश में बहुत नाराजगी है। ऐसे में इस मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए लड्डू का मुद्दा उछाला जा रहा है।”
‘भक्तों की भावना से खिलवाड़ सही नहीं’
जगन मोहन रेड्डी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि भगवान वेंकटेश्वर स्वामी (तिरुपति बालाजी) के भक्त देश-दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में है। ऐसे में महाप्रसाद को लेकर भ्रम फैलाना, झूठ बोलना और भक्तों की भावना से खिलवाड़ करना कितना सही है? उनका कहना है कि “राजनीति के इतिहास में चंद्रबाबू ही एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जिनकी मानसिकता सियासत में भगवान तक का उपयोग करने की है।”
YSRCP ने किया कोर्ट का रूख
तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट से जुड़े आरोपों को लेकर YSRCP ने उच्च न्यायालय का रूख किया है। पार्टी में कानूनी मामले के महासचिव पोन्नवोलु सुधाकर रेड्डी का कहना है कि इस पूरे प्रकरण में आरोपों की व्यापक जांच करने के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया गया है। टीटीडी के पूर्व चेयरमैन और सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर रहे हैं। इस मामले की सुनवाई बुधवार को होगी।
क्या है TTD का स्टैंड?
तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट के दावे के बीच ही तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) का बयान सामने आया है। टीटीडी का कहना है कि “प्रसाद के चार सैंपल को जांच के लिए भेजा गया जिसके बाद रिपोर्ट में एक जैसे परिणाम मिले। इसके बाद घी की आपूर्ति तत्काल रूप से रोक दी गई और कॉन्टैक्टर को ब्लैक लिस्ट में डालने की प्रक्रिया शुरू की गई।”