SP National Executive Meeting: समाजवादी पार्टी की कोलकाता में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कल समाप्त हो गई। इस बैठक के बाद पार्टी ने एक राजनीतिक प्रस्ताव पारित किया। जिसमें यह संकल्प व्यक्त किया गया कि पार्टी यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी कि आने वाले 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा का देश से सफाया हो जाए। इसे पूरा करने की हमारी पूरी योजना तैयार हो चुकी है। इसके लिए सभी क्षेत्रीय पार्टियों से बातचीत भी कर रहे हैं।
भाजपा कर रही एजेंसियों का दुरुपयोग
सपा प्रमुख अखिलेश ने संबोधन में आगे बोलते हुए केंद्रीय जांच एजेंसियों पर कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग भाजपा की हार का कारण बनेगा। “पहले कांग्रेस केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करती थी और अब भाजपा ऐसा कर रही है। कांग्रेस अब खत्म हो चुकी है। भाजपा का भी यही हश्र होगा। वह(भाजपा) इन एजेंसियों को बस उन दलों के पीछे भेज रही है जो उसका (भाजपा का) मुकाबला कर रहे हैं।” इससे कुछ फायदा होने वाला नहीं है।
प्रस्तावित मोर्चे में कांग्रेस पर सवाल
2024 को लेकर प्रस्तावित नया राजनीतिक मोर्चे में कांग्रेस का क्या रोल होगा ? जब ये प्रश्न उछाला गया इस पर सपा प्रमुख ने कहा कि “कांग्रेस एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल है,इसीलिए उसे अपनी भूमिका तय करनी है”। यह बड़ी लड़ाई का सवाल है।
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दिवंगत नेता जी को किया याद
कायर्कारिणी में एक महत्वपूर्ण फैसला लिया गया कि पार्टी का किस दल से चुनावी गठबंधन होगा, इसका अंतिम फैसला सपा प्रमुख अखिलेश ही करेंगे। वह स्वतंत्र होकर तय करेंगे इसकी सारी शक्तियां उन्हें दी गई है। इस फैसले के बाद दिवंगत नेता जी मुलायम सिंह को याद करते हुए कहा कि नेताजी ने दो नारे दिए थे एक- ‘करो या मरो’ तथा दूसरा- ‘अभी नहीं तो कभी नहीं’ इसके लिए सभी कार्यकर्ताओं को बूथ लेवल तक जनाधार को मजबूत करने में जुट जाना है।
जातीय जनगणना बनेगा बड़ा मुद्दा
सपा प्रमुख ने दावा किया कि जातिगत जनगणना को मुद्दा बनाया जाएगा। देश के कई राजनीतिक दल जातिगत जनगणना कराने के पक्ष में सहमत हो चुके हैं। क्यों कि इससे सभी जातियों तक पहुंचने उन्हें समझने में आसानी हो सकेगी। यपीए-2 में पहले सरकार ने जनगणना कराने का दावा किया उसके बाद पीछे हट गई थी।