Ayodhya Ram Mandir: लोकसभा चुनाव जैसे – जैसे नजदीक आ रहा है राम मंदिर का काम भी उसी तरह से तेजी से किया जा रहा है। केंद्र सरकार के द्वारा ये कहा गया है कि इसका काम लोकसभा चुनाव से पहले – पहले खत्म हो जाएगा। कुछ समय पहले नेपाल से शालिग्राम पत्थर लाया गया था इसी से भगवान राम के मूर्ति का निर्माण किया जाएगा। वहीं अब ये बताया जा रहा है कि भगवान राम की मूर्ति के जलभिषेक के लिए अलग – अलग 155 देशों से नदियों के जल को लाया जा रहा है। इन देशों में चीन, ईरान, अमेरिका, साथ ही भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भी शामिल है। भगवान राम की मूर्ति का ये जलाभिषेक 23 अप्रैल को किया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस जलाभिषेक के कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई दिग्गज नेता और संत पहुंच सकते हैं।
महासचिव चंपत राय ने दी ये जानकारी
भगवान राम की मूर्ति के जलाभिषेक को लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने जानकारी दी है। उन्होंने मीडिया को बताया कि राम मंदिर के निर्माण की आधारशिला पीएम मोदी ने रखी थी। इस आधार शिला के रखे जाने के समय भी दुनिया के अलग -अलग 1000 से भी अधिक स्थानों से जल और रज को लाया गया था। वहीं अबकि बार बीजेपी के ही नेता विजय जौली के द्वारा ये विचार किया गया था कि दुनिया के अलग – अलग नदियों से जल को लेकर भगवान राम की मूर्ति का जलभिषेक किया जाएगा।
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155 देशों से लगाया जा रहा है जल
बीजेपी के नेता विजय जौली ने इस रामलला के जलाभिषेक के बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि यह प्रक्रिया साल 2020 से चल रही है। अभी तक 155 देशों से अलग – अलग नदियों के जल को लाया गया है। इस पूरे जल लाने की प्रक्रिया का एक फिल्म भी बनाया गया है। इस फिल्म को 23 अप्रैल को देश के लोगों के समाने लाया जाएगा। वहीं पाकिस्तान से जल लाने के बारे में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वहां के हिन्दुओं ने इस जल को पहले दुबई भेजा था उसके बाद ही ये जल दिल्ली आया।
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