UP Police: उत्तर प्रदेश पुलिस यानी UP पुलिस भले ही राज्य में अपराध रोकने में कामयाब न हो, लेकिन चर्चा में कैसे बने रहना इन्हें बखूबी आता है। चाहे बंदूक से गोली न चलने पर ठांय-ठांय की आवाज निकाल कर अपराधियों का एनकाउंटर कर देना या फिर बंदूक में नली से गोली भरने का तरीका भी अपनाकर चर्चा में रहना, सिर्फ यूपी पुलिस को ही आता है। अब यूपी पुलिस का एक और कारनामा देखने को मिला है। जहां नशे में धुत कुछ पुलिस कर्मियों ने खिलाड़ियों को पिटाई कर दी।
‘गाड़ी हटाने के लिए कहा तो पीट दिया’
ये मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ से सामने आया है। मेरठ के भामाशाह क्रिकेट मैदान के गेट के सामने गाड़ी खड़ी करने को लेकर दो रणजी खिलाड़ियों का पुलिसकर्मियों से विवाद हो गया था। जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने दो खिलाड़ियों की पिटाई कर दी। सूचना पर सिविल लाइंस थाने से पहुंचे अन्य पुलिसकर्मी खिलाड़ियों को जीप में डालकर अपने साथ ले गए। इसके बाद उन्य खिलाड़ी भी थाने पहुंचे और हंगामा कर दिया। खिलाड़ियों का आरोप है कि पुलिसकर्मी नशे में धूत थे और गाड़ी हटाने के लिए कहने पर विवाद हुआ था।
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क्यों हुआ था विवाद ?
मेरठ निवासी रणजी खिलाड़ी प्रशांत चौधरी और विनीत पंवार भामाशाह पार्क में रहकर प्रैक्टिस करते हैं। प्रशांत चौधरी ने बताया कि रविवार रात करीब नौ बजे दोनों खिलाड़ी खाना खाने के लिए स्कूटी से जा रहे थे। भामाशाह पार्क से बाहर निकलते समय एक गाड़ी गेट के सामने खड़ी थी। प्रशांत ने गाड़ी हटाने के लिए कहा तो गाड़ी सवार ने मना कर दिया। इसके बाद दोनों पक्षों में बहस हो गई है और गाड़ी में मौजूद पुलिसकर्मियों ने दोनों को पीट दिया। आरोप है कि पुलिस ने उनका फोन छीना और दोनों को अपने साथ थाने ले गई।
कौन हैं दोनों पुलिसकर्मी ?
मामला बढ़ता देख सीओ सिविल लाइंस अरविंद चौरसिया पहुंचे और जांच की तो पता चला कि एक दारोगा वरुण शर्मा है, जिसकी तैनाती परीक्षितगढ़ थाने में एसएसआइ के पद पर है। वहीं, दूसरा भी दारोगा है, जिसकी तैनाती पुलिस लाइंस में है। वरुण शर्मा एसओजी प्रभारी और फलावदा थानाध्यक्ष भी रह चुके हैं। शराब पीने के आरोप पर दोनों का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। दोनों कर्मियों को सस्पेंड करने की कार्रवाई की जा रही है।
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