Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में इन दिनों डेंगू का आतंक देखना को मिल रहा है। यहां पिछले कुछ समय में डेंगू के मामले तेजी से बढ़े हैं। वहीं, प्रसासन भी लगातार डेंगू पर रोकथाम के लिए अपनी मुहिम चल रहा है।
इंदिरापुरम अतिसंवेदनशील क्षेत्र घोषित
इसके साथ ही प्रशासन ने कुछ ऐसे क्षेत्र चिन्हित किए हैं, जहां डेंगू के मामले काफी ज्यादा हैं। इन क्षेत्रों को अतिसंवेदनशील क्षेत्र घोषित किया गया है। ऐसा ही एक क्षेत्र है इंदिरापुरम (Dengue Cases in Indirapuram), जिसे अतिसंवेदनशील क्षेत्र में रखा गया है। यहां लगातार डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं।
अब तक 40 मरीजों की हो चुकी है पुष्टि
स्वास्थ्य विभाग ने मिले आंकड़ों के मुताबिक, अब तक यहां डेंगू से पीड़ित 40 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, बात अगर जिले (Ghaziabad) की करें तो अब तक 150 से ज्यादा डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं। हालांकि, इनमें से कई मरीज अब ठीक हो चुके हैं। लेकिन, डेंगू के मामलों को बढ़ती रफ्तार ने प्रशासन और लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
बड़े स्तर पर अभियान चला रहा प्रशासन
जिला सर्विलांस अधिकारी (DSO) डॉ. राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि डेंगू के बढ़ते मामलों पर प्रशासन लगातार नजर बनाए हुए है। गाजियाबाद के कुछ क्षेत्र ऐसे हैं, जहां मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में इन क्षेत्रों को संवेदनशील घोषित कर यहां बड़े स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है। संवेदनशील क्षेत्र में एंटी लार्वा स्प्रे और फॉगिंग की जा रही है। इसके साथ ही लोगों को डेंगू और साफ सफाई के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है।
ये क्षेत्र अतिसंवेदनशील घोषित
डॉ. राकेश कुमार गुप्ता ने बताया अब तक डेंगू के सबसे ज्यादा मामले इंदिरापुरम से सामने आए हैं। ऐसे में इंदिरापुरम की शिप्रा सन सिटी, मेवला भट्टी लोनी, क्रॉसिंग रिपब्लिक, प्रतीक ग्रांड सोसायटी सिद्धार्थ विहार, दिव्यांश प्रथम अहिंसा खंड, डासना नगरीय क्षेत्र और भूपेंद्र पुरी मोदीनगर को अतिसंवेदनशील क्षेत्र के दायरे में रखा गया है।
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