Monday, December 23, 2024
Homeदेश & राज्यउत्तर प्रदेशDevshayani Ekadashi 2024: देवशयनी एकादशी का व्रत आज, UP में Ayodhya से...

Devshayani Ekadashi 2024: देवशयनी एकादशी का व्रत आज, UP में Ayodhya से Prayagraj तक लगी आस्था की डूबकी; जानें डिटेल

Date:

Related stories

Zia Ur Rehman Barq को दोहरा झटका! करोड़ों का फाइन ठोकने के बाद संभल में बुलडोजर एक्शन; सपा सांसद ने Amit Shah से मांगा...

Zia Ur Rehman Barq: यूपी में बुलडोजर एक्शन की चर्चा फिर एक बार जोर पकड़ रही है। ताजा मामला संभल (Sambhal) जिले से आया है जहां 'बिजली चोरी' का आरोप झेल रहे सांसद जिया उर रहमान बर्क के घर बुलडोजर एक्शन हुआ है।

Amethi Viral Video: तहसीलदार की रंगबाजी! लोन नहीं चुकाने पर ग्राहक पर जमकर चलाए लात-घूंसे; परिजनों को भी पीटने का आरोप

Amethi Viral Video: लोन रिकवरी के कई तरीके होते हैं। कर्ज लेने वालों की संपत्ति कुर्क करना, उन पर नियमानुसार कानूनी कार्रवाई करना आदि उनमे से प्रमुख हैं। पर क्या होगा जब प्रशासनिक अमला बल प्रयोग के साथ कर्ज की वसूली शुरू कर दे। यूपी के अमेठी (Amethi) जिले से कर्ज वसूली को लेकर ऐसी ही एक खबर सामने आई है।

Devshayani Ekadashi 2024: आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पड़ने वाले महत्वपूर्ण देवशयनी एकादशी का व्रत आज यानी 17 जुलाई को है। इस दिन हिंदू धर्म में आस्था रखने वाली महिलाएं व्रत रखती हैं और पवित्र नदियों में आस्था की डूबकी लगाकर भगवान विष्णु का ध्यान करती हैं।

उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भी आज देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi 2024) का व्रत रखा गया है। इस दौरान अयोध्या (Ayodhya) में स्थित सरयू नदी और प्रयागराज (Prayagraj) में पवित्र गंगा नदी के तट पर महिलाओं ने आस्था की डूबकी लगाई है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज से ही ‘चातुर्मास’ प्रारंभ होगा और इस दौरान विवाह, गृहप्रवेश आदि शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं।

देवशयनी एकादशी पर आस्था की डूबकी

उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आज देवशयनी एकादशी के दिन व्रती महिलाओं द्वारा, पवित्र नदियों के तट पर आस्था की डूबकी लगाई जा रही है। इसी क्रम में ‘रामनगरी’ अयोध्या में भी खूब चहल-पहल नजर आई।

अयोध्या में स्थित सरयू नदी के तट पर व्रती महिलाओं ने आस्था की डूबकी लगाई और भगवान विष्णु के ध्यान में मग्न हो गईं। वहीं प्रयागराज में भी गंगा नदी के तट पर व्रती महिलाओं को आस्था की डूबकी लगाते और पूजन करते देखा गया।

देवशयनी एकादशी का महत्व

देवशयनी एकादशी व्रत का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन से भगवान विष्णु चार महीनों के लिए क्षीरसागर में शयन करते हैं और कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जागते हैं। यही वजह है कि इन चार महीनों को ‘चातुर्मास’ कहा जाता है और लोग इन दिनों में विवाह, गृहप्रवेश आदि शुभ कार्य नहीं करते हैं। इस अवधि को भगवान विष्णु का शयनकाल भी कहा जाता है।

धार्मिक मान्यता है कि भगवान विष्णु के शयनकाल में जाने के बाद सृष्टि के संचालन का कार्यभार भगवान शिव संभालते हैं और इसी कारण चातुर्मास के चार महीनों में शिवजी की उपासना फलदाई मानी गई है।

Gaurav Dixit
Gaurav Dixithttp://www.dnpindiahindi.in
गौरव दीक्षित पत्रकारिता जगत के उभरते हुए चेहरा हैं। उन्होनें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है। गौरव राजनीति, ऑटो और टेक संबंघी विषयों पर लिखने में रुची रखते हैं। गौरव पिछले दो वर्षों के दौरान कई प्रतिष्ठीत संस्थानों में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में DNP के साथ कार्यरत हैं।

Latest stories