Gangster Atique Ahmed: कुख्यात माफिया अतीक अहमद के 4 दशक पुराने आतंक का अंत हो चुका है। जिस तरह उसके गुर्गों ने दिन दहाड़े विधायक राजू पाल तथा उसकी हत्या के गवाह वकील उमेश पाल की दिन दहाड़े की थी। उसी तरह अब उसके गुर्गों की दरिंदगी के काले चिट्ठे के रूप में 16 साल पुराने मदरसा रेप कांड की यादें ताजा हो गईं हैं। अब उसके गैंग से जुड़े हैवानियत भरे गुनाहों की फाइलें यूपी पुलिस ने खोलना शुरू कर दीं हैं। इसी में से एक अतीक-अशरफ गिरोह ने प्रयागराज के करेली में मदरसे में पढ़ने वाली कई मुस्लिम लड़कियों को अपनी हवस का शिकार बनाया था। जिसके आरोपियों को आज तक अंजाम तक नहीं पहुंचाया जा सकता है।
जानें क्या था मामला
यूपी के प्रयागराज के इतिहास की काली रातों में एक 17 जनवरी 2007 को करेली इलाके की घटना है। जब यहां के एक मदरसे के गर्ल्स हॉस्टल में तीन असलहधारी जबरन घुस आए। इसके बाद उन्होंने वहां रह रही सभी लड़कियों के एक-एककर नकाब उतरवा दिए। इसके बाद उन्होंने बंदूक के बल पर अतीक के गुर्गों ने बाहर ले जाकर 16 लड़कियों के साथ रात भर गैंगरेप किया और सुबह होने तक उनमें 2 लड़कियों को लहुलुहान हालत में मदरसे के गेट पर फेंक कर चले गए। इस घटना प्रदेश की राजनीति में तूफान खड़ा कर दिया था। जिसके बाद तत्कालीन मुलायम सिंह सरकार ने सब कुछ जानते हुए माफिया सांसद अतीक और विधायक अशरफ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
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पुलिस ने की कांड छिपाने की साजिश
इस दरिंदगी भरे कांड में लोगों के गुस्से के दबाव को कम करने के लिए पुलिस ने दिखावटी कार्रवाई की। जिसमें आनन फानन में पांच रिक्शे चलाने वाले और दर्जी को पकड़ लिया था। जबकि बड़ी बात ये है कि करेली के मदरसे का संचालक वाराणसी बम धमाके के आरोपी वलीउल्लाह का भाई वसीउल्लाह था। इस मदरसे में प्रयागराज के आसपास के गरीब घरों की लड़कियां यहां पढ़ती थीं। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर में बलात्कार शब्द तक जोड़ने की हिम्मत नहीं जुटाई। जबकि दो लड़कियों को लहुलुहान हालत में मदरसे के गेट पर फेंका गया था। अब जब 2021 में योगी सरकार ने इस मामले की जांच दिए थे तो इसमें पीड़तों को न्याय मिलने की उम्मीद जग गईं हैं।
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