Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश के पश्चिमि हिस्से में बसा शहर गाजियाबाद अपनी चका-चौंध से लोगों को तेजी से आकर्षित करता है। राजधानी दिल्ली के निकट बसे इस शहर में प्रॉपर्टी खरीदने की चाहत ज्यादातर लोगों को होती है। देश के विभिन्न हिस्सों से गाजियाबाद (Ghaziabad News) आकर रहने वाले लोग, इस शहर में अपने सपनों का आशियाना बनाने के लिए प्रयासरत नजर आते हैं। इसी क्रम में लोगों द्वारा फ्लैट व प्लॉट भी खरीदे जाते हैं। हालाकि अब प्रॉपर्टी खरीदारों को बड़ा झटका लग सकता है।
नवभारत टाइम्स (NBT) की रिपोर्ट के अनुसार स्थानिय प्रशासन गाजियाबाद में डीएम सर्कल रेट को बढ़ाने की तैयारी में है। दावा किया जा रहा है कि जल्द ही शहर की सीमा से लगे गांव और मुख्य मार्गों के दोनों तरफ जमीनों के डीएम सर्कल बढ़ाए जाएंगे। इससे प्रॉपर्टी महंगी हो सकेगी और खरीदारों को इसे खरीदने के लिए पहले की तुलना में अतिरिक्त धन चुकाना होगा।
सर्कल रेट बढ़ाने की तैयारी में प्रशासन
गाजियाबाद में सीमा से लगे गांव और मुख्य मार्गों के दोनों तरफ जमीनों के डीएम सर्कल बढ़ाए जाने की तैयारी है। प्रतिष्ठित मीडिया समूह NBT की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार वित्त व राजस्व विभाग में एडीएम ने इस संबंध में संकेत दिए हैं। दावा किया जा रहा है कि विगत कई वर्षों से डीएम सर्कल रेट एक समान है। ऐसे में इसे अपडेट करने के लिए सर्वे शुरू हो गया है।
क्या खरीदारों का लगेगा झटका?
गाजियाबाद में प्रशासन की ओर से यदि डीएम सर्कल रेट बढ़ाया जाता है तो इसका सीधा असर प्रॉपर्टी के खरीदारों पर पड़ेगा। जानकारी के मुताबिक डीएम सर्कल रेट बढ़ने के बाद शहर में मकान और जमीन की कीमत बढ़नी तय है। ऐसे में प्रॉपर्टी खरीदारों को डीएम सर्कल रेट बढ़ने के बाद पहले की तुलना में ज्यादा कीमत चुकानी होगी।
क्या होता है सर्कल रेट?
यूपी के विभिन्न शहरों में सर्कल रेट अलग-अलग है। दरअसल सर्कल रेट किसी भी संपत्ति या प्रॉपर्टी का वह न्यूनतम मूल्य होता है, जो राज्य सरकार द्वारा तय किया जाता है। इसका इस्तेमाल स्टाम्प शुल्क, पंजीकरण शुल्क और टैक्सेशन से जुड़े उद्देश्यों के लिए किया जाता है।