Ghaziabad News: राजधानी दिल्ली के निकटवर्ती क्षेत्र गाजियाबाद को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने की तैयारी चल रही है। इस क्रम में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) द्वारा तैयार की गई खास रिपोर्ट को यूपी शासन की ओर से मंजूरी मिल गई है। शासन की ओर से मुख्य सचिव डीएस मिश्रा की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है। खबर है कि रैपिड रेल के इस परियोजना की लंबाई 72 किमी होगी और इसके तहत 12 नए स्टेशन बनाए जाएंगे। इससे गाजियाबाद के साथ सूरजपुर, ईकोटेक, दनकौर और ग्रेटर नोएडा वेस्ट जैसे क्षेत्र में कनेक्टिविटी बेहतर हो सकेगी और इसका लाभ एनसीआर के स्थानिय नागरिकों को भी होता नजर आएगा।
NCRTC की खास तैयारी
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) इस प्रोजेक्ट को लेकर बेहद प्रतिबद्ध नजर आ रहा है। एनसीआरटीसी की ओर से शासन को रैपिड रेल के इस नए प्रोजेक्ट के विषय में विस्तृत विवरण दिया गया। इसके बाद से शासन ने इसके निर्माण कार्य को लेकर मंजूरी प्रदान की है। खबर है कि अब एनसीईआरटीसी शासन के निर्देशों के बाद जल्द ही इस परियोजना की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगा और उसे अग्रिम कार्रवाई के लिए आगे भेजा जाएगा। बता दें कि रैपिड रेल के इस विस्तार के में लगभग 15000 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत आने का अनुमान है। इस लागत की 20% राशि केंद्र सरकार, 50% राशि राज्य सरकार तो वहीं 30% राशि प्राधिकरण द्वारा वहन किया जा सकता है।
लाखों लोगों को मिलेगा लाभ
एनसीआरटीसी के इस नए प्रोजेक्ट से दिल्ली-एनसीआर के लाखों लोग इसका लाभ उठा सकेंगे। इससे ना सिर्फ कनेक्टिविटी बेहतर होगी बल्कि रोजगार के नए अवसरों का सृजन भी किया जा सकेगा। कंपनी गाजियाबाद से जेवर एयरपोर्ट तक रैपिड रेल कॉरिडोर की डीपीआर इस तर्ज पर बनाएगी कि इसमें रैपिड रेल के साथ मेट्रो भी चलाई जा सके। इससे आवागमन की प्रक्रिया और आसान हो सकेगी। दावा किया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट के पहले चरण के तहत गाजियाबाद और इकोटेक-6 (कासना) के बीच 37.15 किमी का कॉरिडोर बन सकेगा जिसके 2031 तक बनकर तैयार होने के अनुमान हैं।
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