Jhansi Medical College Fire: उत्तर प्रदेश के सुदूर दक्षिण में, पहुज नदी के तट पर स्थित झांसी जिले का नाम आज सुर्खियों में है। इसकी खास वजह है झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के NICU वार्ड में लगी आग। झांसी मेडिकल कॉलेज (Jhansi Medical College Fire) में लगी इस आग की चपेट में आने से 10 नवजात शिशुओं की मौत होने की खबर है। इस दुखद घटना पर तमाम राजनेताओं की ओर से संवेदना व्यक्त की गई है। कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने मुखरता से झांसी अग्निकांड (Jhansi Fire) पर अपनी प्रतिक्रिया दर्ज कराई है। हालांकि, राहुल गांधी की चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं। झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड पर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की प्रतिक्रिया न आने पर सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।
Jhansi Medical College Fire- Rahul Gandhi की चुप्पी पर उठे सवाल
राहुल गांधी यूपी की रायबरेली लोकसभा सीट से सांसद है। वो पूर्व में भी कई बार यूपी की अमेठी से लोकसभा सांसद रहे हैं। उनका यूपी से विशेष जुड़ाव रहा है। यही वजह है कि यूपी में किसी भी छोटे-बड़े आयोजन या घटना पर उनकी प्रतिक्रिया में लोगों की खास दिलचस्पी रहती है।
यूपी के झांसी में स्थित मेडिकल कॉलेज कांड पर अभी तक राहुल गांधी की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। यही वजह है उन पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। अनिल यादव नामक एक्स हैंडल यूजर ने राहुल गांधी की चुप्पी पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने एक पोस्ट जारी कर लिखा है कि “झांसी हादसे को कई घंटे बीत चुके हैं, दस नवजात बच्चे जलकर मर गए, राहुल गांधी ने अभी तक कोई ट्वीट नहीं किया, कोई संवेदना नहीं व्यक्त की।”
नोट- खबर लिखे जाने तक झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड पर राहुल गांधी की कोई प्रतिक्रिया नहीं सामने आई है।
झांसी मेडिकल कांड पर Priyanka Gandhi की प्रतिक्रिया
झांसी मेडिकल कांड पर कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। उनके एक्स हैंडल से पोस्ट जारी कर लिखा गया है कि “झाँसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज से दहला देने वाली ख़बर आई है, जहाँ नवजात शिशुओं के सघन चिकित्सा कक्ष में आग लग जाने की वजह से दस बच्चों की मौत हो गई है। शोक और सांत्वना के शब्द इस महाविपत्ति के समय व्यर्थ हैं। हम लोग इस मुश्किल परिस्थिति में परिजनों और अभिभावकों के साथ खड़े हैं।”
CM Yogi Adityanath ने लिया झांसी मेडिकल कांड का संज्ञान
झांसी मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू वार्ड में लगी भीषण आग से जुड़ी घटना का संज्ञान सीएम योदी आदित्यनाथ ने ले लिया है। उन्होंने रात 12 बजकर 4 मिनट पर पोस्ट जारी कर लिखा कि “झांसी में स्थित मेडिकल कॉलेज के NICU में घटित एक दुर्घटना में हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है। जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को सद्गति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।”
Akhilesh Yadav ने चिकत्सीय प्रबंधन व प्रशासन की लापरवाही पर उठाए सवाल
सपा चीफ अखिलेश यादव ने झांसी अग्निकांड पर मुखरता से अपनी बात रखी है। उन्होंने पोस्ट जारी कर चिकत्सीय प्रबंधन पर सवाल उठाए हैं।
अखिलेश यादव के हैंडल से लिखा गया है कि “झाँसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 बच्चों की मृत्यु एवं कई बच्चों के घायल होने का समाचार बेहद दुखद एवं चिंताजनक है। सबके प्रति संवेदनात्मक श्रद्धांजलि।”
सपा मुखिया का कहना है कि “आग का कारण ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर में आग लगना बताया जा रहा है। ये सीधे-सीधे चिकत्सीय प्रबंधन व प्रशासन की लापरवाही का मामला है या फिर ख़राब क्वॉलिटी के आक्सीजन कॉन्संट्रेटर का। इस मामले में सभी ज़िम्मेदार लोगों पर दंडात्मक कार्रवाई हो। मुख्यमंत्री जी चुनावी प्रचार छोड़कर, ‘सब ठीक होने के झूठे दावे’ छोड़कर स्वास्थ्य और चिकित्सा की बदहाली पर ध्यान देना चाहिए। जिन्होंने अपने बच्चे गंवाएं हैं, वो परिवारवाले ही इसका दुख-दर्द समझ सकते हैं। ये सरकारी ही नहीं, नैतिक ज़िम्मेदारी भी है। आशा है चुनावी राजनीति करनेवाले पारिवारिक विपदा की इस घड़ी में इसकी सच्ची जाँच करवाएंगे और अपने तथाकथित स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्रालय में ऊपर-से-नीचे तक आमूलचूल परिवर्तन करेंगे।”
पूर्व सीएम ने स्वास्थ्य मंत्री पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि “उप्र के ‘स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री’ को कुछ नहीं कहना है क्योंकि उन्हीं के कारण आज उप्र में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा व्यवस्था की इतनी बदहाली हुई है। संकीर्ण-साम्प्रदायिक राजनीति की निम्न स्तरीय टिप्पणियाँ करने में उलझे मंत्री जी को तो शायद ये भी याद नहीं होगा कि वो ‘स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री’ हैं। न तो उनके पास कोई शक्ति है न ही इच्छा शक्ति, बस उनके नाम की तख़्ती है। सबसे पहले उप्र भाजपा सरकार समस्त झुलसे बच्चों के लिए विश्वस्तरीय चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराए व जिन्होंने अपने बच्चों को खोया है, उन समस्त शोक संतप्त परिवारों को 1-1 करोड़ संवेदना राशि दे। गोरखपुर न दोहराया जाए।”