Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश में स्थित प्रयागराज को कुंभ नगरी के नाम से भी जाना जाता है। प्रयागराज और कुंभ का जिक्र सामने आते ही ‘महाकुंभ’ की चर्चा भी होने लगती है और लोग 2025 के शुरुआती माह में आयोजित होने वाले इस धार्मिक आयोजन के बारे में जानकारी लेने में अपनी दिलचस्पी भी रखते हैं। जानकारी के मुताबिक Mahakumbh 2025 का आयोजन 14 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 तक यूपी के प्रयागराज (Prayagraj) में होना है।
महाकुंभ 2025 आयोजन को लेकर उत्तर प्रदेश की ‘योगी सरकार’ भी पूरी तरह से सजग है और इस क्रम में आयोजन को भव्यता देने के लिए तरह-तरह के फैसले लिए जा रहे हैं। यूपी सरकार के आधिकारिक एक्स हैंडल से दी गई जानकारी के अनुसार मकाकुंभ को लेकर चल रहे तैयारी के क्रम में प्रयागराज शहर के 38 मार्गों के सौंदर्यीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है। इसके अलावा योगी सरकार हर रास्ते पर ग्रीन बेल्ट, हार्टिकल्चर, लैंड स्केपिंग डेवलपमेंट और थीमैटिक डेवलपमेंट का कार्य भी करा रही है ताकि श्रद्धालुओं को आकर्षित किया जा सके और महाकुंभ की भव्यता में चार चांद लग सके। (Mahakumbh 2025)
कुंभ नगरी में तेज हुआ सौंदर्यीकरण का काम
सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ 2025 को भव्य बनाने के लिए कुंभ नगरी प्रयागराज में सौंदर्यीकरण के काम तेज कर दिए गए हैं। यूपी सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक प्रयागराज के अलग-अलग हिस्सों में दीवारों के लगभग 10 लाख वर्गफीट पर स्ट्रीट आर्ट और कलाकृतियां बनाईं जा रही हैं। इन कलाकृतियों के माध्यम से प्रयागराज की दीवारें भी यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों से संवाद करेंगी।
यूपी सरकार की ओर से इसके अलावा शहर के 38 शहरी मार्गों के सौंदर्यीकरण का कार्य कराया जा रहा है। वहीं हर रास्तों पर ग्रीन बेल्ट, हार्टिकल्चर, लैंड स्केपिंग डेवलपमेंट, थीमैटिक डेवलपमेंट का कार्य भी किया जा रहा है ताकि लोगों को आकर्षित किया जा सके।
श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम
सीएम योगी के निर्देश पर महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए परिवहन, स्वास्थ्य व स्वच्छता से जुड़े तमाम तरह के खास इंतजाम किए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक जल्द ही यूपी रोडवेज के बेड़े में 1000 डीजल BS-6 बसों को शामिल किया जाएगा और 120 इलेक्ट्रिक बसों की खरीदारी भी की जाएगी ताकि महाकुंभ से पहले परिवहन व्यवस्था को और दुरुस्त किया जा सके।
स्वास्थ्य व्यवस्था की बात करें महाकुंभ आयोजन के दौरान 407 चिकित्सकों और 746 पैरामेडिकल स्टाफ की एक टीम 24/7 श्रद्धालुओं की सेवा में तत्पर रहेगी और उन्हें आवश्कतानुसार चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराएगी। दावा किया जा रहा है कि योगी सरकार के इन प्रयासों से महाकुंभ का आयोजन बेहद भव्यता से हो सकेगा और एक बार फिर देश-दुनिया के सामने नजीर बनकर उभरेगा।